Eros Times: छात्रों की प्रतिभा को निखारने के लिए और उन्हे अपनी कला को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करने हेतु एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स, द्वारा त्रिदिवसीय वार्षिक कला प्रदर्शनी ‘क्रियेटिव 2024 ’’ (13 से 15 मार्च तक) का आयोजन ई टू ब्लाक सभागार, एमिटी विश्वविद्यालय में किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय अत्याधुनिक कला संग्रहालय के महानिदेशक डा संजीव किशोर गौतम, इटली की प्रख्यात कलाकार फ्रांसेस्का अमालिया ग्रिमाल्डी, गैलरी स्पेस की संस्थापक निदेशक रेनू मोदी, एमिटी स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स, एमिटी स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी और एमिटी स्कूल ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स की चेयरपरसन दिव्या चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला और गु्रप एडिशनल प्रो वाइस चांसलर डा प्रदीप जोशी द्वारा किया गया। इस अवसर पर छात्रों द्वारा निर्मित कलाओं को प्रदर्शित किया गया।
राष्ट्रीय अत्याधुनिक कला संग्रहालय के महानिदेशक डा संजीव किशोर गौतम ने संबोधित करते हुए कहा कि छात्रों की स्वंय की प्रतिभा को प्रदर्शन करने की उत्सुकता ने हमें भी उत्सुक कर दिया। छात्रों द्वारा प्रदर्शित की गई कला बेहतरीन है और जो छात्रों के साथ शिक्षकों के मार्गदर्शन को दर्शा रही है। डा गौतम ने कहा इस प्रकार के कार्यक्रम में मै सदैव छात्रों से जुड़ने और उनके नव विचारों को समझने का प्रयास करता हूं। विश्व में भारतीय कला एवं संस्कृति के परिचय एवं प्रदर्शन की जिम्मेदारी आप जैसे युवा कलाकारो की है। किसी भी देश, समाज की उन्नती के लिए कलाकार बेहद जरूरी है जो कला के माध्यम से सभी को प्रोत्साहित और सही विचारों का प्रसार करते है। उन्होनें छात्रों से कहा कि समाज ने हमें बहुत कुछ दिया है इसलिए अपनी जीवन एंव कला की यात्रा के दौरान आप भी समाज को कुछ लौटाने का प्रयास करें।
इटली की प्रख्यात कलाकार फ्रांसेस्का अमालिया ग्रिमाल्डी ने कहा कि विश्व भर में यात्रा करने से मुझे कई प्रकार की कलाओं को जानने और कुछ नया सीखने का अवसर प्राप्त हुआ जिससे मेंरा अनुभव समृद्व हुआ है। मेरी कलाकृतियां दुनिया के विभिन्न हिस्सो से प्रेरित है। ग्रिमाल्डी ने कहा कि मुझे अमूर्त कला का बहुत शौक है क्योकि यह अपने प्रभाव को प्राप्त करने के लिए आकृतियों, रंगो, हावभाव चिन्हों का उपयोग करता है। उन्होनें कहा कि अपने दिल की सुने और 21वी सदी की आधुनिक तकनीको को आत्मसात करें।
गैलरी स्पेस की संस्थापक निदेशक रेनू मोदी ने कहा कि यह एक खूबसुरत दुनिया है जहां आप अपनी जीवन यात्रा को प्रारंभ कर रही है। कार्य के प्रति सर्मपण और दृढ़ विश्वास कला की दुनिया में सफलता प्राप्त करने की कुंजी है। मै बहुत ही भाग्यशाली रही हूं कि मुझे अपने घर को महान कलाकार एम एफ हुसैन से डिजाइन करवाने का अवसर प्राप्त हुआ। कलाकारों को रूझानों का पालन नही करना चाहिए बल्कि वे जिस चीज में विश्वास रखते है उसके अनुसार जीना चाहिए।
एमिटी स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स, एमिटी स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी और एमिटी स्कूल ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स की चेयरपरसन दिव्या चौहान ने कहा कि एमिटी मे हम छात्रों को भविष्य के नेतृत्वकर्ता के रूप में तैयार करते है, आज के छात्र कल देश के प्रख्यात कलाकार होगें इसलिए इस प्रकार के कार्यक्रमों के जरीए छात्रों को मंच प्रदान करते है जहाँ उनकी प्रतिभा को अवसर एंव उनकी कला को विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन भी प्राप्त होता है।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि आज हमारा देश ‘‘विकसित भारत 2047 मिशन पर कार्य कर रहा है और कला, विकसित भारत मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। नई उभरती प्रौद्योगिकियां और रचनात्मकता उद्योग 6.0 में प्रमुख योगदानकर्ता होगी जो विश्व विकास में सहायक होगी। एमिटी छात्रों के सर्वागीण विकास के लिए प्रतिबद्ध जिसमें शिक्षा, ज्ञान, खेल के साथ में कला भी शामिल है।
इस अवसर पर गु्रप एडिशनल प्रो वाइस चांसलर डा प्रदीप जोशी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
एमिटी स्कूल ऑफ फाइन आटर््स के एस्सीटेंट प्रोफेसर श्री वरूण सहाय ने जानकारी देते हुए कहा कि क्रियेटिव 2024 के अंर्तगत छात्रों की लगभग 500 से अधिक कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया जिसमें, पेटिंग, एप्लाईड आर्ट, एनिमेशन और विजुअल कम्यूनिकेशन प्रोग्राम को प्रस्तुत किया गया।
इस त्रिदिवसीय कला उत्सव के अंर्तगत 15 मार्च को ‘‘ भारत में फैशन उद्योग – बदलते प्रतिमान’’ विषय पर औद्योगिक सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा जिसमें उद्योग विशेषज्ञ छात्रों को जानकारी प्रदान करेगें।