सरस आजीविका मेला : लद्दाख का ड्राई फ्रूट्स व हर्बल प्रोडक्ट के सामान भी लोगों को सरस में कर रहा आकर्षित
Eros Times: नई दिल्ली। सरस आजीविका मेला 2023 में आज रविवार के दिन सरस मेले में जमकर खरीदारी हुई। सरस में सुबह से शाम तक अच्छी खासी भीड़ रही। सरस में पश्चिम बंगाल के स्टेट कोऑर्डिनेटर अनुरुद्धा रॉय चौधरी ने बताया हमारे राज्य से कुल छह स्टॉल लगाए गए हैं, जिसमें पांच हेंडीक्राफ्ट व हेंडलूम के जहां स्टॉल लगाए गए हैं वहीं, एक फूड आइटम्स के स्टॉल लगाए गए हैं। पश्चिम बंगाल की कूच बिहार जिले से आई हुईं मामानी मित्रा बताती हैं कि वह अपने स्टॉल नंबर 15 पर हेंड ब्लॉक प्रिंट किया हुआ स्कर्ट, रैपर, प्लाजो, फ्रॉक, घाघरा-चोली, टॉप्स फ्रॉक समेत जेंट्स शर्ट व शीतलपाटी के आइटम में हेंड पर्स, स्लिम पर्स, बॉक्स पर्स, माधुर चटाई आदि सामान भी लेकर आई हुई हैं। इनके स्टॉल पर दो सौ रुपये से लेकर अट्ठारह सौ रुपये तक के सामान उपलब्ध हैं।
वहीं, बंगाल की पूर्वी वर्धमान जिले से आई हुईं महाजीरा खातून बताती हैं कि इस मेले में हम बंगाल की मशहूर तशर शिल्क व बैंगलौर शिल्क की साड़िया, कॉटन कुर्ती, सूट, दुपट्टा, प्लाजो, लांग फ्राक, नैटी समेत तमाम हेंडीक्राफ्ट के सामान लेकर आई हुई हैं जिसे यहां के लोग काफी पसंद कर रहे हैं। वहीं, फूड आइटम में बंगाली अचार, चेरी, घी, कुल का अचार, चालता का अचार, आम का मुरब्बा समेत तमाम आइटम शांति मंडल अपने स्टॉल नंबर 123 पर लेकर आई हुई हैं। वहीं, बंगाल के नदिया जिले के शांतिपुर का साड़ी भी सरस मेले में उपलब्ध है।साथ ही मेले में लद्दाख से भी एक स्टॉल लगाए गए हैं। स्टॉल नंबर 87 बी पर आप को लद्दाख का ड्राई खुमानी, खुमानी के सीड्स, याक चीज, बार्ले, वॉलनट के जहां ड्राई फ्रूट्स के सामान हैं वहीं, हेंडीक्राफ्ट में ऊन से बनी हुई कान की पट्टी, शॉक्स व कार्पेट समेत हर्बल प्रोडक्ट के भी सामान यहां पर उपलब्ध हैं। यह जानकारी लद्दाख की स्टेट कोआर्डिनेटर मिनाक्षी ने दी। मेले में क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल मैच देखने का भी प्रबंध होने से लोग खरीदारी के साथ साथ मैच देखते हुए भी नजर आए।
ज्ञात हो कि दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 42वें विश्व व्यापार मेले में एक बार फिर परंपरा, क्राफ्ट, कला एवं संस्कृति से सराबोर 14 नवंबर से 27 नवंबर तक प्रसिद्ध सरस आजीविका मेला 2023 का आयोजन प्रगति मैदान स्थित हॉल नंबर 7 (ए, बी, सी) में किया जा रहा है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा आयोजित इस सरस आजीविका मेला 2023 में ग्रामीण भारत की शिल्पकलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन किया जा रहा है। 14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले इस उत्सव में 300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, 165 के करीब स्टॉलों पर अपनी अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शनी का प्रदर्शन कर रहे हैं।
सरस आजीविका मेला के दौरान देश भर के 28 राज्यों के हजारों उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री हो रही है। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा यह एक मुहिम की शुरुआत की गई है जिससे कि हमारे देश के हस्तशिल्पियों और हस्तकारों को अपनी रोजगार शुरू करने का मौका मिल सके। वहीं, शाम को यहां सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया जा रहा है।