*ध्यान योग शिविर का द्वितीय दिवस*
ग़ाज़ियाबाद/EROS TIMES : समयोगा फाउंडेशन द्वारा संकेत एवं दूर संचार प्रशिक्षण केंद्र उत्तर रेलवे गाज़ियाबाद में आयोजित त्रिदिवसीय ध्यान योग शिविर के आज द्वितीय दिवस पर शिविर में श्री प्रवीण आर्य जी ने ओ३म् की ध्वनि व गायत्री मंत्र से सत्र को प्रारम्भ किया।
योगी श्री आर्य जी ने शिविरार्थीओ को सुदर्शन क्रिया, अर्धचंद्राकार आसान, ताड़ासन, त्रिकोण आसान का अभ्यास कराया और इसके लाभों की जानकारी देते हुई बताया कि इस आसन से किडनी ठीक कार्य करती है।
अशोक शास्त्री जी ने आर्ट ऑफ लिविंग भस्रिका,शरीर के जॉइंट्स के सूक्ष्म व्यायाम में पैर के पंजों को आगे पीछे चलवाया, घुटने को ऊपर नीचे चलवा कर बताया कि हम शरीर के जॉइंट्स को एक्टिवेट कर रहे हैं ओर इसको नियमित करने से घुटने, कमर में होने वाली दर्द नहीं होंगी।
योग शिक्षक नेतराम ने सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया और शव आसान में विश्राम के दौरान इसके प्रभावों की चर्चा की।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के प्रान्तीय महामंत्री प्रवीण आर्य ने एक गीत”माता पिता की सेवा भी फ़र्ज़ है हमारा,माँ बाप से ही जग में नामों निशान हमारा,माता पिता की आज्ञा जाती जहां पे मानी,उस घर कभी न आये कोई भी परेशानी”सुनाकर शिविरार्थियों को उनके माता पिता के प्रति कर्तव्यों का बोध कराया ओर कहा कि माता पिता की सेवा ही सही मायनों में योग है,जिसे सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए।
अखिल भारतीय योग संस्थान के महामंत्री देवेन्द्र हितकारी ने अनुलोमविलोम,कपालभांति प्राणायाम एवं ध्यान साधना का अभ्यास कराया।
ए के चतुर्वेदी ने सत्र में पधारे आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।
मंच का कुशल संचालन डॉ. अग्नि देव शास्त्री जी ने किया व वैदिक प्रार्थना व शांतिपाठ के साथ सत्र सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री नेतराम,चो.मंगल सिंह और गणमान्य योग शिक्षक और अ. भा. योग संस्थान के पदाधिकारी मौजूद रहे।