अब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अपने जवानों को नकली नोट की पहचान करने के लिए ‘रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया’ से ट्रेनिंग दिलवाने की बातचीत कर रहा है। इससे भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमा पर नकली नोटों की तस्करी पर आसानी से लगाम लगा पाना आसान होगा। आपको बता दें कि नोटबंदी को अभी दो महीने भी नहीं बीते हैं, और पड़ोसी देश पाकिस्तान ने 2000 रुपये के नकली नोट बनाने का काम अब शुरू भी कर दिया है।
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) और बोर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने हाल ही में उनलोगों नें 2000 के नकली नोट बरामद किए थे। अधिकारियों के मुताबिक भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए इन 2000 के नकली नोटों को भारत में भेजा गया था।
2000 रुपये के नकली नोटों की हुई पिछले एक महीने से सीमा पर पकड़ी जा रही खेपों से अर्धसैनिक बलों और खुफिया एजेंसियों की नींदें उड़ी हुई हैं।
वहीँ एक वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि, ‘सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पकड़े जाने वाले नकली नोटों की संख्या एक चिंता का विषय है। इन नकली नोटों में नए 2,000 रुपये के नोटों में दिए गए आधे से ज्यादा सिक्यॉरिटी फीचर्स को कॉपी कर लिया गया है। इसलिए अब बीएसएफ नें आरबीआई से जवानों और अधिकारियों को 2,000 रुपये के नकली नोटों की पहचान के लिए ट्रेनिंग की बात कर रहा है। इससे उम्मीद है कि जल्द ही बीएसएफ के जवान और अधिकारी बड़ी ही सावधानी से नोटों की पहचान करने में कामयाब होंगे।