दिल्ली:EROS TIMES: नई दिल्ली, 20 अप्रैल 2018; तम्बाकू के उपयोग के खतरों को उजागर करने के लिए प्रत्येक वर्ष दुनिया भर में विश्व तंबाकू दिवस मनाया जाता है।
इंडियन कैंसर सोसाइटी, दिल्ली, वैश्विक समुदाय में शामिल होकर युवा पीढ़ी को इसे प्रतिकूल प्रभाव एवम् विभिन्न तरीकों के बारे में जागरूक करने का प्रयास करती है कि तंबाकू की खपत हमारे जीवन को प्रभावित करती है और विभिन्न प्रकार की जीवन शैली के परिणाम स्वरूप बीमारियां होती हैं। ऐसी ही जागरूकता पहल के लिए इण्डियन कैंसर सोसायटी द्वारा ‘नो टोबाको डे’ यानि ‘तम्बाकू निषेध दिवस’ का आयोजन किया गया।
हालांकि यह दिन 31 मई को मनाया जाता है लेकिन स्कूलों की छुट्टी होने के कारण सोसायटी द्वारा बच्चों के समक्ष जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से इस दिन आयोजन छुट्टियों से पहले किया जाता है।
जागरूकता हेतु चाणक्यपुरी स्थित नेवी स्कूल में आयोजित इस कार्यक्रम में दिल्ली/एन.सी.आर. के लगभग 15 स्कूलों ने भाग लिया और तम्बाकू-सिगरेट से दूरी बनाये रखने की थीम पर आधारित पोस्टर, स्किट बनाये एवम् नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करते हुए उपस्थित मेहमानों एवम् अपने साथी बच्चों को तम्बाकू, बीड़ी आदि का सेवन न करने हेतु जागरूकता का संदेश दिया।
हर साल, डब्लूएचओ एवम् पार्टनर संगठन तंबाकू के उपयोग से संबंधित स्वास्थ्य जोखिमों को उजागर करते हुए और तम्बाकू उपभोग को कम करने के लिए प्रभावी नीतियों की सिफारिश करते हुए वर्ल्ड नो-टोबागो डे (डब्लूएनटीडी) मनाते हैं।
इंडियन कैंसर सोसाइटी, दिल्ली, पूरे साल काम करते हुए कई जागरूकता अभियान भी आयोजित करती है जिनके माध्यम से कैंसर और तंबाकू नियंत्रण के संदेशों को दिल्ली और एनसीआर क्षेत्रों, आम लोगें एवम् स्कूलों में प्रसारित किया जाता है।
हमारा संदेश उचित आहार, शारीरिक गतिविधि और तंबाकू से बचने के माध्यम से कैंसर की जागरूकता और रोकथाम पर केंद्रित है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के लिए आयोजित स्किट्स और पोस्टर प्रतियोगिता हमारे संदेश की स्पष्टता का मूल्यांकन करने में हमारी सहायता करती है।
कार्यक्रम के दौरान तम्बाकू के उपयोग को नकारते हुए पोस्टरों व स्किट पर स्लोगन के इस्तेमाल से सशक्त संदेश देते हुए स्कूली बच्चों ने बीड़ी-सिगरेट-तम्बाकू की यारी एक भारी बीमारी की संज्ञा दी। उन्होंने नाटक पर संदेशों के माध्यम से अपने प्रदर्शन को मार्मिक रूप प्रदान किया। पारिवारिक माहौल के रूपान्तरण, युवाओं के धूम्रपान प्रेम आदि ‘नो टोबाको डे’ पर आयोजित इस कार्यक्रम का आकर्षण रहे।
इस अवसर पर इण्डियन कैंसर सोसायटी की रेणुका प्रसाद ने बताया कि ‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस’ 31 मई को मनाया जाता है परन्तु मई में सभी स्कूलों की छुट्टियां होती हैं और इसके खिलाफ जागरूकता फैलाने में स्कूली बच्चों का योगदान बहुत जरूरी है, इसलिए हम इसका आयोजन प्रति वर्ष छुट्टियों से पहले करते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य कैंसर व इसकी रोकथाम हेतु जागरूकता फैलाना है और आज के समय में तम्बाकू, सिगरेट, पान मसाला इसके सबसे बड़े कारक है एवम् बच्चों को आकर्षित करते हैं, इसके लिए जरूरी है कि हम बच्चों को इसे विषय में बतायें और आह्वान करें कि इसके सेवन से बचें।
प्रसाद ने बताया, वर्ल्ड नो टोबाको डे तम्बाकू की महामारी की याद दिलाने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है। तम्बाकू की अपेक्षा कोई अन्य उत्पाद उतना नुकसान नहीं पहुंचाता।
यह कैंसर, कोरोनरी हृदय रोग जैसे कई घातक रोगों का कारण है, बावजूद इसके यह आसानी से बाज़ार में उपलब्ध है और बेचा जाता है।