नोएडा- सामाजिक संगठन नव ऊर्जा युवा मंच का गुरूवार को दक्षिणी दिल्ली के लोगो ने जोरदार स्वागत किया। संगठन के सभी साथी आसपास की मार्किट और बाजारों में लोगों से रूबरू हुए एवं सभी को शहर को स्वच्छ रखने की सलाह दी। जहां लोगो ने उनका माल्यार्पण कर स्वागत किया।
इस दौरान वहा के निवासी ध्रुव त्रिवेदी ने कहा कि जिस प्रकार से नोएडा शहर के साथ साथ दिल्ली में गंदगी को हटाने की पहल की है हम ह्रदय से सभी नौजवानों का स्वागत करते है एवं हर अच्छे कार्य में हमेशा साथ है। जिस प्रकार से व्यक्तिगत जिंदगी के लिए कृषि और कताई को मूल उद्योग माना गया है, उसी प्रकार सफाई को सामाजिक जिंदगी का मूल उद्योग मानना पड़ेगा। उद्योग की प्रक्रियाओं का परिणाम है, आर्थिक उत्पादन। जिसे कूड़ा-करकट समझकर फेंक दिया जाता है, उसकी यदि व्यवस्था वैज्ञानिक ढंग से की जाय, तो आसानी से उसे उत्पादन का जरिया बना सकते हैं। हम सभी की जिम्मेदारी बनती है कि अपने घरों को साफ़ करने के साथ अपने शहर को भी साफ़ रखें।
संगठन की तरफ से पुष्कर शर्मा ने कहा कि मानव सभ्यता और संस्कृति आरंभ से ही सच्चाई, सफाई और पवित्रता पर जोर देती है। दुनिया की सभी प्राचीन सभ्यताओं में स्वच्छता पर विशेष बल दिया दिया है। आधुनिक समय में भारतीय समाज जितना सचेत व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति है उतना समाजिक स्वच्छता के प्रति नहीं है। इसलिए सार्वजनिक स्थलों में हमें गंदगी के ढेर नजर आते हैं और लोग बाग जहां-तहां थूकते और शौच करते दिखाई दे जाते हैं। इससे न केवल लोग बीमार होते हैं बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं पर भी अतिरिक्त भार पड़ता है। व्यक्ति की उत्पादन क्षमता पर असर पड़ता है और व्यापक रूप से देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है। जो धन और शक्ति देश और समाज के विकास पर व्यय होनी चाहिए, वह बीमारी और अन्य समस्याओं में खर्च हो जाती है। देश में करोडों शिशु मलिनता के कारण बीमारी से प्रभावित होते है और दम तोड़ देते है। ये शिशु दूषित स्पर्श, दूषित जल या दूषित वायु के संपर्क में आने के कारण बीमार होते हैं। अगर गंदगी को साफ़ करने सामूहिक भागीदारी का होना बहुत जरूरी है तभी हमारा देश स्वच्छ होगा।