दिल्ली-एनसीआर, इरोस टाइम्स: अकेलापन पूरी दुनिया में लाखों लोगों में तनाव और डिप्रेशन की एक मुख्य वजह है और उनमें से बुजुर्ग लोग बुरी तरह प्रभावित हैं। इन बुजुर्ग लोगों को दोबारा समाज से जोड़ने के लिए, भारत की अग्रणी वरिष्ठ नागरिकों की गैर-लाभकारी संस्था, समर्थ कम्युनिटी भारत के चालीस से ज्यादा शहरों में काम पूरी शिद्दत से काम कर रही है। देश के विभिन्न हिस्सों में अपनी बहुमूल्य मौजूदगी को दर्ज कराने के बाद, समर्थ दिल्ली और एनसीआर में अकेलेपन के शिकार वरिष्ठ नागरिकों को गोद लेने/ मदद करने के लिए प्रभावीशाली ढंग से सक्रिय है।
समर्थ कम्युनिटी का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को उनकी विभिन्न तरह की जरुरतों को पूरा करने में आत्म-निर्भर बनाते हुए उन्हें मन की शांति और खुशियां देना है।
दिल्ली और एनसीआर के लिए समर्थ की योजना पर बात करते हुए, समर्थ के सह-संस्थापक आशीष गुप्ता ने कहा, “तेज भागती जिंदगी और बढ़ते रहन-सहन की चुनौतियों की वजह से दिल्ली जैसे शहरों में रह रहे परिवार अपने वरिष्ठ सदस्यों का पर्याप्त ढंग से ख्याल रखने में असमर्थ हैं। समर्थ के जरिए, हम एक ऐसा प्लेटफार्म तैयार कर रहे हैं, जो पढ़े-लिखे वरिष्ठ नागरिकों को उनकी रुचि के अवसरों का फायदा उठाने और गुणवत्ता भरे रहन-सहन के सामाजिक परिवेश को अपनाने में मदद करेगा”।
समर्थ की सह-संस्थापक मिस. अनुराधा दास माथुर ने कहा, “हम वरिष्ठ नागरिकों को उन्हें ऐसा प्लेटफॉर्म मुहैया कराने में भी मदद करते हैं जहां वे एक दूसरे से बातचीत कर सकते हैं और जुड़े रह सकते हैं, साथ ही स्वास्थ्य, तंदुरुस्ती, घर की देखभाल, पैसे से संबंधित मसलों आदि पर ताजा अपडेट्स और एक्सपर्ट की सिफारिश/सलाह भी पा सकते हैं”।
समर्थ कम्युनिटी के बारे में: समर्थ कम्युनिटी भारत की वरिष्ठ नागरिकों की अग्रणी गैर-लाभकारी संस्था है, जिसके चालीस से भी ज्यादा शहरों में हजारों सदस्य हैं। यह उन्हें एक-दूसरे के साथ बातचीत करने और मन बहलाने में, स्वास्थ्य, तंदुरुस्ती, घर की देखभाल, पैसे से संबंधित मसले आदि जैसे विषयों पर जानकारी और एक्सपर्ट की सिफारिश/सलाह प्राप्त करने, रिटायरमेंट के बाद नौकरियां ढूंढने और स्वयं-सेवी अवसरों को ढूंढने, उपयुक्त क्षेत्रों जैसे कंप्यूटर्स, इंटरनेट और डिजीटल लेनदेन, पर्सनल फाइनेंस और स्वास्थ्य पर ट्रेनिंग और जानकारी प्राप्त करने और बुजुर्गों के लिए इवेंट्स और मन बहलाव के अवसरों में भाग लेने में मदद करता है। समर्थ साथ में बुजुर्गों के लिए पेशेवरों द्वारा संभाली जाने वाली सर्विसेज भी पेश करती है जो समर्थ के अपने केयर मैनेजरों और चुनिंदा सर्विस भागीदारों के नेटवर्क के जरिए उन्हें परिवार जैसी गुणवत्ता भरी देखभाल देती है।
समर्थ की स्थापना आशीष गुप्ता, मैकेन्जी एंड कंपनी में पूर्व कंसल्टेंट, ९.९ मीडिया के सह-संस्थापक और आईआईटी कानपुर और आईआईएम कलकत्ता से ग्रेजुएट; अनुराधा दास माथुर, यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज यूके की इकोनोमिस्ट, बिजनेसवर्ल्ड मैगजीन की पूर्व मुखिया, ९.९ मीडिया की सह-संस्थापक और वेदिका स्कॉलर्स प्रोग्राम की संस्थापक डीन; गौरव अग्रवाल, सिटी और स्टैनचार्ट में लगभग २० सालों तक बैंकर रहे और एमआईटी मणिपाल और एफएमएस दिल्ली के ग्रेजुएट ने मिलकर की थी।