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पटना, इरोस टाइम्स: आपको बता दे की लालू यादव की बेटी चंदा यादव के खिलाफ पटना हाईकोर्ट में एक पीआईएल दायर की गई है। जिसमें चंदा यादव पर उनका सीएम के सरकारी आवास को अपना पता बताने और उसका कमर्शियल मकसद से इस्तेमाल का आरोप लगा है।
मॉल घोटाले से जुड़े दस्तावेजों में दिया गया था सीएम आवास का पता…
– न्यूज एजेंसी के मुताबिक चंदा यादव पर बिहार सीएम के सरकारी घर को अपने पते के तौर पर दिखाने का आरोप लगा है। वहीँ कहा जा रहा है कि यादव परिवार ने सीएम आवास को खाली कर दिया था, लेकिन इसके 10 साल बाद तक भी चंदा यादव ने उसके पते का बतौर कमर्शियल इस्तेमाल भी किया।
– बीजेपी के सीनियर लीडर सुशील मोदी के मुताबिक चंदा यादव ने मल्टी करोड़ के मॉल घोटाले से जुड़े दस्तावेजों में इस पते का इस्तेमाल किया था।
सीएम को दी कार्रवाई करने की चुनौती-बीजेपी
-बीजेपी लीडर सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार को चंदा यादव के खिलाफ कार्रवाई करने की चुनौती दी है। मोदी ने आरोप लगाया है कि चंदा यादव के 2 मंत्री भाइयों तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव ने भी इन दस्तावेजों पर साइन किया, लिहाजा उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।
जाने क्या है मामला?
– लालू के परिवार ने 2005 में असेंबली इलेक्शन में हार के बाद पटना में 1 अन्ने मार्ग स्थित सीएम आवास खाली कर दिया था। इसके बावजूद सितंबर 2014 में डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टर चंदा यादव ने इसे अपने ऑफिशियल रेजीडेंस के तौर पर बताया।
– सुशील मोदी के मुताबिक यह कंपनी अब लारा प्रोजेक्ट LLP के नाम से जानी जाती है जिसकी मालिक राबड़ी देवी और उनके बेटे हैं। चंदा के दस्तावेजों पर उनके भाइयों डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव और हेल्थ मिनिस्टर तेज प्रताप यादव ने भी साइन किए हैं।
– मोदी ने सवाल किया कि क्या यादव परिवार को यह मालूम नहीं था कि वे अब सीएम आवास में नहीं रह रहे हैं? मोदी ने यादव परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए यह दावा भी किया कि राबड़ी देवी के राज में इस परिवार ने एक बिजनेसमैन को शराब की फैक्ट्री लगाने के लिए पटना में कई प्लॉट गिफ्ट के तौर पर दे दिए।