अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन ‘‘ निरंजना – हेरिजन्स फॉर अर्थ’’ का समापन
Eros Times: एमिटी विश्वविद्यालय में अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में 5 से 12 मार्च तक अंर्तराष्ट्रीय महिला सप्ताह 2024 का आयोजन किया जा रहा है जिसका शुभारंभ राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपरसन रेखा शर्मा और एमिटी हयुमिनिटी फांउडेशन की चेयरपरसन पूजा चौहान द्वारा किया गया।
इस अंर्तराष्ट्रीय महिला सप्ताह 2024 के अंर्तगत आज एमिटी लॉ स्कूल के एमिटी सेंटर फॉर जेंडर जस्टीस एंड चाइल्ड राइट्स द्वारा सतत विकास में महिलाओं की भूमिका की जानकारी प्रदान करने और स्थिरता के प्रति महिलाओं की अंतर्विभागीयता को बढ़ावा देने के लिए अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन ‘‘ निरंजना – हेरिजन्स फॉर अर्थ’’ का आयोजन किया गया। इस अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह में बार कांउसिंल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, कोमोरस संघ के माननीय कॉन्सल कन्हैया लाल गंजु, आरएमएस गु्रप ऑफ कंपनिज की चेयरपरसन श्रीमती रिचा वशिष्ठ, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला एमिटी गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह और एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने छात्रों को प्रेरित किया।
इस अंर्तराष्ट्रीय महिला सप्ताह 2024 का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपरसन रेखा शर्मा ने कहा कि हर दिन महिला दिवस है इसलिए महिलाओं के साथ समान्य व्यवहार किया जाना चाहिए। यह समय की मांग है कि लैंगिक भेदभाव से उपर उठकर महिलाओं, पुरूषों और थर्ड जेंडर के साथ एक जैसा व्यवहार हो और सभी को सम्मान व विकास के अवसर प्राप्त हो। एमिटी मेआयोजित यह महिला सप्ताह जो देश की महिलाओं के सम्मान में एक सप्ताह तक चलने वाला उत्सव है वह छात्रों को जागरूक करेगा।
अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन निरंजना – हेरिजन्स फॉर अर्थ’’ के समापन समारोह में बार कांउसिंल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत का अतीत गौरवशाली रहा है जहंा महिलाओं की पूजा की जाती थी और उन्हे पुरूषों से श्रेष्ठ माना जाता था। हर कार्य एवं क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित थी। विदेशी आक्रमणों के कारण महिलाओ को कम महत्व दिया जाने लगा और उनका अनादर किया जाने लगा। वर्तमान समय में महिलाओं को पुरूषों के बराबर माना जा रहा है और विधानमंडल में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण है। उन्होनें कानून के छात्रों से कहा कि कोरपोरेट क्ष़्त्र की बजाय वकालत करें जो प्रारंभिक दौर में कठिन लगता है लेकिन यह आपके भविष्य को उज्जवल और व्यक्ति को मजबूत और आत्मविश्वासी बनाता है एंव चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है।
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने कहा कि एमिटी सदैव यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक छात्र को सर्वोत्तम शिक्षा के साथ मजबूत नैतिक मूल्य और उत्कृष्ट कैरियर अवसर मिले। एमिटी के छात्रों में विश्व को बदलने की क्षमता है और एमिटी उन्हें राष्ट्र निर्माण में सहयोग के लिए तैयार करती है। डा चौहान ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों के जरीए विशेषज्ञों से प्राप्त मार्गदर्शन आपके व्यवसायिक जीवन के लिए लाभ प्रद होगा।
आरएमएस गु्रप ऑफ कंपनिज की चेयरपरसन श्रीमती रिचा वशिष्ठ ने कहा कि सरकार ने देश की महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए 15 योजनांए प्रारंभ की है। महिलांए हर क्षेत्र. में पुरूषों के साथ कदम कदम से मिलाकर चल रही है। महिलाएं सभी क्षेत्रों में अच्छे पदों कार्यरत है और यहां तक कि भारत की राष्ट्रपति भी महिला है। बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना आवश्यक है।
कोमोरस संघ के माननीय कॉन्सल कन्हैया लाल गंजु ने कहा कि केवल महिला दिवस पर ही नही बल्कि हर दिन महिलाओं का सम्मान किया जाना चाहिए इसके अतिरिक्त उन्हे समाज में उच्च सम्मान और आदर प्रदान किया जाना चाहिए। प्रौद्योगिकी की आधुनिकता महिलाओं को नये अवसर प्रदान कर रही है। प्रौद्योगिकी का निर्माण मानव मस्तिष्क ने किया है इसलिए डिजिटल मंच का संचालन करने वाले व्यक्तियों का ईमानदार होना चाहिए।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि प्राचीन समय से भारत एक ऐसा देश था जहाँ महिलाएं हर क्षेत्र में सबसे आगे थी इसलिए महिलाओं का सम्मान करना और उन्हे जीवन के सभी क्षेत्रों में समान अवसर प्रदान करना हमारे डीएनए में है। यह सम्मेलन सतत विकास में महिलाओं की भूमिका को मान्यता देता है।
एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने कहा कि सम्मेलन का उददेश्य सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों सहित बहुमुखी मुद्दों पर चर्चा और समाधान करने के लिए मंच प्रदान करके महिलाओ ंको सशक्त बनाना है।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा सम्मेलन आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में एमिटी लॉ स्कूल नोएडा की एडिशनल डायरेक्टर डा शेफाली रायजादा और सम्मेलन संयोजक डा एकता गुप्ता भी उपस्थित थी।