
नोएडा: जेपी अस्पताल ने, दुनिया की प्रतिष्ठित एयर प्यूरीफायर कम्पनियों में से एक ब्लू एयर के साथ साझेदारी में वायू प्रदूषण के कारण होने वाली सांस की बीमारियों पर जागरुकता पैदा करने के लिए अनूठी पहल की। इस पहल के तहत नोएडा एवं आस-पास के क्षेत्र के पुलिसकर्मियों के लिए मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। सर्दियों की शुरूआत के साथ दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए जेपी अस्पताल ने अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत पुलिसकर्मियों के लिए चर्चा सत्र का आयोजन भी किया गया, जो समाज की सुरक्षा के लिए प्रयासरत हैं और किसी भी मुश्किल स्थिति में सबसे पहले सुरक्षा के लिए आगे आते हैं।
सांस की बढ़ती बीमारियों पर जागरुकता पैदा करना इस कैम्प का मुख्य उद्देश्य था। इस मौके पर जेपी अस्पताल में सीनियर कन्सलटेन्ट, पल्मोनरी एण्ड क्रिटिकल केयर मेडिसिन डाॅ ज्ञानेन्द्र ने एक विशेष सत्र के माध्यम से सांस के रोगों के कारण, लक्षण एवं उपचार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘प्रदूषण का बढ़ता स्तर हमें कई तरीकों से प्रभावित करता है। वायू प्रदूषण के कारण सांस की बीमारियों में तकरीबन 30 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले सांस की बीमारियां 55 साल से अधिक उम्र में पाई जाती थीं, लेकिन आज बढ़ते वायू प्रदूषण के चलते 25 साल के युवा भी इन बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। यह स्थिति भारत के लिए चिंताजनक है। इसलिए ज़रूरी है कि सभी आयुवर्गों के लोग स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और अपने स्वास्थ्य के लिए उचित सावधानियां बरतें।’’
ब्लूएयर इण्डिया के हैड श्री अरविंद छाबड़ा ने कहा, ‘‘पुलिसकर्मी हमारी रक्षा करते हुए हमेशा वायु प्रदूषण के सीधे सम्पर्क में रहते हैं। इसलिए हमने जेपी अस्पताल के साथ साझेदारी में उन्हें सांस की बीमारियों के कारण, प्रभाव एवं सावधानियों के बारे जागरुक बनाने का फैसला लिया। इस पहल के तहत जेपी अस्पताल ने मौके पर मौजूद तकरीबन 500 पुलिसकर्मियों को एन-95 मास्क बांटें। एन-95 मास्क- एयर प्यूरीफायर रेस्पीरेटर से युक्त होते हैं जो हवा में मौजूद छोटे कणों एवं हानिकर गैसों से उपयोगकर्ता को सुरक्षित रखते हैं।’’
पुलिसकर्मियों ने इस पहल की सराहना की तथा अपने सहकर्मियों, दोस्तों और परिवारजनों को भी इस बारे में जागरुक बनाने की शपथ ली। जेपी अस्पताल इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन में अग्रणी रहा है जहां अस्पताल के विशेषज्ञ स्वास्थ्य से जुड़े प्रासंगिक विषयों पर समाज को जानकारी देते रहे हैं।