EROS TIMES: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में धर्मशाला डिग्री कॉलेज के सभागार में आयोजित दो दिवसीय हिम फ़िल्म महोत्सव 2024 का समापन वीरवार को हुआ। इस महोत्सव में लगभग 40 प्रविष्टियों में से 27 फिल्मों को प्रदर्शित किया गया। डाक्यूमेंट्री श्रेणी में ‘रणसिंघा’ को द्वितीय पुरस्कार मिला, जो ज़िला बिलासपुर के घुमारवीं स्थित नसवाल गांव के संजीव सोनी द्वारा निर्मित है।
यह फ़िल्म लोक वाद्यों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है। संजीव सोनी ने बताया कि रणसिंघा वाद्य को सामाजिक और सरकारी प्रोत्साहन के अभाव में लुप्त होने का खतरा है, और इस वाद्य के परंपरागत वादक अपनी रोज़ी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने हिमाचली लोकसंगीत और संस्कृति के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने इस फ़िल्म के फिल्मांकन में सहयोग देने वाले गतवाड़ गांव के विवेक गर्ग, तयून खास के रणसिंघा वादक जगदीश चन्द और राजकीय महाविद्यालय घुमारवीं के संगीत प्राध्यापक डॉ. सुरेश शर्मा का धन्यवाद ज्ञापित किया।
हिम सिने सोसाइटी द्वारा आयोजित इस महोत्सव के समापन अवसर पर विधायक सुधीर शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि फिल्में विचारों को अभिव्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम हैं, इसलिए सिनेमा में मनोरंजन के साथ-साथ समाज को संस्कार देना भी आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में सिनेमा से संबंधित आधारभूत ढांचे का निर्माण हो रहा है, जो क्षेत्र में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करेगा।
समापन समारोह में विशेष अतिथि के रूप में प्रख्यात मराठी रंगमंच और फिल्म अभिनेता मनोज जोशी ने कहा कि भारत की सनातन संस्कृति विश्व को कथा सुनाने की एक समृद्ध परंपरा है। उन्होंने फिल्म महोत्सव में हिमाचल और अन्य राज्यों की सहभागिता पर प्रसन्नता व्यक्त की।
इस अवसर पर निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री पेन्पो सेरिंग ने कहा कि फिल्में लंबे समय तक स्मृति में रहती हैं और समाज में जागरूकता लाने का कार्य करती हैं। उन्होंने इसे समाज का आईना बताया और कार्यक्रम में आमंत्रण के लिए आयोजकों का धन्यवाद किया