EROS TIMES: एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी लॉ स्कूल और राष्ट्रीय महिला आयोग के संयुक्त तत्वाधान में अंसगठित क्षेत्र मे कार्य कर रही महिलाओं के लिए एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन आई टू ब्लाक सभागार, एमिटी परिसर में किया गया। इस सम्मेलन का शुभारंभ राष्ट्रीय महिला आयोग के वरिष्ठ शोध अधिकारी डॉ. एस एस सेनापती, गौतमबुद्ध नगर की सहायक पुलिस आयुक्त सौम्या सिंह, एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डॉ. डी के बंद्योपाध्याय और एमिटी लॉ स्कूल की निदेशक डॉ. शेफाली राजयादा द्वारा किया गया। इस सम्मेलन में 100 से अधिक अंसगठित क्षेत्र मे कार्य करने वाली महिलाओं ने हिस्सा लिया।
राष्ट्रीय महिला आयोग के वरिष्ठ शोध अधिकारी डॉ. एस एस सेनापती ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा महिलाओ का समानता और अधिकारों के लिए कार्य किया जा रहा है | आज हर राज्य में राज्य महिला आयोग है। महिलाओं के कार्य क्षेत्र में आ रही चुनौतियों और बाधाओं के निवारण हेतु कार्य करने के लिए विशेष अभियान का संचालन किया जाता है। हम कानून, अधिनियम, नितियों आदि पर जमीनी स्तर पर कार्य करते है। जब भी कोई महिला द्वारा या महिलाओं से जुड़े समस्याओं की शिकायत आती है तो उस पर कार्य करते है। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय महिला आयोग, क्षमता निर्माण के लिए भी कार्य करती है जिसमें महिलाओ को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाता है। विभिन्न क्षेत्रों में शोध करके हम सरकारी नितीयों के अनुपालन व महिलाओ को मिलने वाले लाभों की जानकारी प्राप्त करते है। आज अंसगठित क्षेत्र मे 7 मिलियन से अधिक महिलायें कार्य कर रही है इसलिए उन्हें अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए कार्य करना आवश्यक है।
गौतमबुद्ध नगर की सहायक पुलिस आयुक्त सौम्या सिंह ने कहा कि महिलाओ की सुरक्षा और संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने के लिए गौतमबुद्ध पुलिस द्वारा कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व मे कई महत्वपूर्ण पहल की गई है। इस प्रकार के सम्मेलन आपके लिए बेहद आवश्यक है जिसका महत्व आपको किसी भी चुनौती का सामना करने के दौरान पता चलता है। विभिन्न स्तरों पर महिलाओं की सुरक्षा के तहत जिले में 13 पिंक बूथों का निर्माण किया गया है जहां आप कभी भी अपनी समस्याओं को निराकरण प्राप्त कर सकती है। यदी आप यात्रा के दौरान असहज या असुरक्षित महसूस कर रही है तो आप निश्चित ही पिंक बूथ से सहायता प्राप्त कर सकती है। द्धितिय स्तर पर हर थाने में महिला डेस्क है जहां आप अपनी शिकायत या परेशानी को बता सकती है। तृतीय स्तर पर कमिश्नर कार्यालय में महिला इकाई का संचालन किया जाता है | जिसमें एमिटी विश्वविद्यालय की कांउसलर महिलाओं से जुड़ी समस्याओं का निवारण करती उनका मार्गदर्शन करती है। उन्होनें कहा कि मिशन शक्ती के तहत आस पास के क्षेत्रों में लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाता है। सिंह ने कहा कि हमारा उददेश्य महिलाओं को जागरूक बनाकर उनका सर्वागीण विकास में सहायक बनना है।
एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डॉ. डी के बंद्योपाध्याय ने कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान हेतु कार्य किया जा रहा है। संगठित क्षेत्रों में सरकार द्वारा बनाये गये नियमों आदि का पालन होता है लेकिन अंसगठित क्षेत्रों में डाटा की कमी और जानकारी के अभाव के कारण आप अपने अधिकारों से वंचित रहती है। शिक्षण संस्थान होने के नाते हमारा फर्ज बनता है कि लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जानकारी प्रदान की जाये इसलिए हमारे विधि के छात्र व्यक्तियों की सहायता करते है। इस प्रकार के सम्मेलन आपको कानून, स्वास्थय, सुरक्षा, शिक्षा आदि क्षेत्रों में जानकारी प्रदान करेगें।
एमिटी लॉ स्कूल की निदेशक डा शेफाली राजयादा ने कहा कि एमिटी का उददेश्य समाज मे आमजन के हित के लिए कार्य करना और छात्रों को इसके लिए प्रेरित करना है। इसी उददेश्य से राष्ट्रीय महिला आयोग की सहायता से इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस सम्मेलन में दिल्ली विश्वविद्यालय की कानून की प्रोफेसर डॉ. सीमा सिंह, बीजेपी दिल्ली की प्रवक्ता ममता पेनुली काले, वरिष्ठ गाइनोकोलॉजिस्ट डॉ. मीरा पाठक, भविष्य एनजीओ के संस्थापक विकास झा ने अपने विचार रखे।