भुवनेश्वर, इरोस टाइम्स: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का नाम मुख्यमंत्री बनने से पहले भी अपरिचित नहीं था। अब उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद तो उनके क्रेज में सकारात्मक इजाफा हुआ है। उनके एंटी रोमियो अभियान की शुरुआत पर पूरे देश में खासकर युवाओं एवं युवतियों में विशेष चर्चा हो रही है।
शायद यही कारण था जब योगी भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने भुवनेश्वर पहुंचे तो उन्हें देखने लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। योगी का मुख्यमंत्री के रूप में अचानक थाना पहुंचना, किसानों का कर्ज माफ करना, अंग्रेजी शिक्षा को पहली कक्षा से शुरू करने के निर्देश तथा अल्पसंख्यक समुदाय की गरीब युवतियों की सामूहिक शादी कराने के निर्णय की ओडिशा में भी खूब चर्चा हो रही है।
सके अलावा मुख्यमंत्री होने के बाद भी उनकी दिनचर्या में बदलाव नहीं होने की भी चर्चा हो रही है। हालत यह है कि ओडिशा के भी लोग योगी को अभी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी के रूप में देखने लगे हैं। लोगों का कहना है कि गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी का जिस प्रकार का क्रेज था आज उसी प्रकार का क्रेज योगी में भी नजर आ रहा है।
ही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देखने के लिए लोगों की भीड़ तो उमड़ी ही थी, उत्तर प्रदेश के इस युवा मुख्यमंत्री को देखने के लिए भी लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं नजर आई।