श्रवण कुमार अपने अंधे बुजुर्ग माता-पिता को कंधे पर बैठाकर तीर्थयात्रा कराने के लिए निकले थे
मैंने हमेशा दिल्ली के लोगों को अपना परिवार माना है, इसलिए अपने बुजुर्गों को तीर्थयात्रा कराना मेरा धर्म और कर्तव्य है
मेरी कोशिश है कि हर एक बुजुर्ग कम से कम एक बार तीर्थयात्रा पर जरूर जाए, इसके लिए जितने साधनों की जरूरत पड़ेगी, हम लगाएंगे
हमें ट्रेनों की कमी हो रही है, केंद्र सरकार से जितनी ट्रेनें मिलती हैं, हम सबका इस्तेमाल कर बुजुर्गों को तीर्थयात्रा पर भेजते हैं
अभी तक 88 ट्रेनों के जरिए 84 हजार से अधिक दिल्ली के बुजुर्ग तीर्थयात्री विभिन्न तीर्थ स्थलों का दर्शन कर चुके हैं
Eros Times: सीएम केजरीवाल ने दिल्ली के हर बुजुर्ग को अपना माता-पिता समझा और उनके लिए तीर्थयात्रा का इंतजाम किया हमें खुशी है कि जब भी तीर्थयात्रा के लिए ट्रेनें भेजी जाती है, उसमें 90 फीसद महिलाएं होंती हैं तीर्थयात्रा पर रवाना होने से पहले बुजुर्ग तीर्थयात्रियों ने त्यागराज स्टेडियम में आयोजित भजन संध्या का लिया आनंद इस यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को तिरुपति बालाजी के अलावा पदमावती और इस्कान मंदिर का भी दर्शन कराया जाएगा मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत सोमवार को दिल्ली से 780 बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को लेकर 89वीं ट्रेन तिरुपति बालाजी के लिए रवाना हुई। इससे पहले, त्यागराज स्टेडियम में तीर्थयात्रियों के लिए भजन संध्या का आयोजन किया गया, जहां खुद सीएम अरविंद केजरीवाल ने पहुंच कर उनसे मुलाकात की और सुखद व सफल तीर्थयात्रा के लिए उनको शुभकामनाएं दी।
इस यात्रा के दौरान तीर्थयात्री तिरुपति बालाजी के अलावा पदमावती और इस्कान मंदिर का दर्शन करेंगे। इस अवसर पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें अपने बुजुर्गों को तीर्थयात्रा कराने की प्रेरणा श्रवण कुमार से मिली है। हमें बचपन में श्रवण कुमार की कहानियां सुनाई जाती है कि कैसे वो अपने अंधे बुजुर्ग माता-पिता को कंधे पर बैठाकर तीर्थयात्रा कराने के लिए निकले थे। मैंने हमेशा दिल्ली के दो करोड़ लोगों को अपना परिवार माना है। इसलिए अपने बुजुर्गों को तीर्थयात्रा कराना मेरा धर्म और कर्तव्य है, जिसका मैं निर्वहन कर रहा हूं।
त्यागराज स्टेडियम में आयोजित भजन संध्या के दौरान तीर्थयात्रियों से मिलने पहुंचे सीएम अरविंद केजरीवाल का सबसे वरिष्ठ तीर्थयात्री मंजू बालाजी ने स्वागत किया। मंजू बालाजी ने सीएम को गले लगाकर अपना आशीर्वाद दिया। इस दौरान मौजूद राजस्व मंत्री आतिशी का तीर्थयात्री पार्वती ने स्वागत किया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने तीर्थयात्री प्रेमवती को यात्रा टिकट का प्रतिरूप भेंट कर उनके सुखद व सफल यात्रा की कामना की। इसके उपरांत भजन प्रस्तुत किया गया, जिसका सभी तीर्थयात्रियों ने आनंद लिया।
इस अवसर पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लगभग हर हफ्ते दिल्ली से एक ट्रेन हमारे बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को लेकर देश के कोने-कोने में किसी न किसी तीर्थ स्थल का दर्शन कराने के लिए लेकर जाती है। तीर्थयात्रा योजना के तहत हमारे बुजुर्ग रामेश्वरम्, द्वारकाधीश, पुरी, हरिद्वार, ऋषिकेष, मथुरा, वृंदावन, शिरडी बाबा समेत करीब 13 तीर्थस्थान हैं। तीर्थयात्री अपनी श्रद्धा के अनुसार इन तीर्थस्थलों में से कोई भी स्थान चुन सकते हैं और तीर्थयात्रा कर सकते हैं। अभी तक दिल्ली से 88 ट्रेनें जा चुकी हैं और आज यह 89वीं ट्रेन तिरुपति के लिए जा रही है। अब तक इन ट्रेनों के जरिए करीब 84 हजार तीर्थयात्री तीर्थयात्रा करके वापस आ चुके हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें अपने बुजुर्गों को तीर्थयात्रा कराने की प्रेरणा श्रवण कुमार के जीवन से मिली। श्रवण कुमार ने अपने अंधे बुजुर्ग माता-पिता को कंधे पर बैठाकर तीर्थयात्रा कराने के लिए निकले थे। हम सब लोगों को बचपन से ही उनकी कहानी सुनाई जाती है और हमें सिखाया जाता है कि अपने बुजुर्गों को तीर्थयात्रा कराने का बहुत पुण्य मिलता है। तीर्थयात्रा करने का तो पुण्य मिलता ही है, तीर्थयात्रा कराने का भी बहुत पुण्य मिलता है। मैं हमेशा कहता हूं कि मैं दिल्लीवालों का बेटा हूं, दिल्ली के दो करोड़ लोग मेरा परिवार हैं। मैंने हमेशा दिल्ली के लोगों को अपने परिवार की तरह माना है। अगर मैं दिल्ली का बेटा हूं और दिल्ली के दो करोड़ लोग मेरा परिवार हैं, तो दिल्ली के बुजुर्गों को तीर्थयात्रा पर लेकर जाना मेरा धर्म और कर्तव्य है। मैं इसी धर्म और कर्तव्य की पूर्ति कर रहा हूं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरी कोशिश है कि दिल्ली के हर एक बुजुर्ग को कम से कम एक बार तीर्थयात्रा जरूर करा दी जाए। इसमे हम साधनों की कमी नहीं होने दे रहे हैं। इसके लिए जितने साधनों की जरूरत पड़ेगी हम लगाएंगे। ट्रेनों की कमी हो रही है। केंद्र सरकार हमें जितनी ट्रेन देती है, हम सारी ट्रेन इस्तेमाल करते हैं और अपने बुजुर्गों को तीर्थयात्रा कराते हैं। यह सात दिन की यात्रा है। आज शाम 5 को ट्रेन रवाना होगी। बुधवार को शाम को तिरुपति पहुंचेंगे। वहां तिरुपति मंदिर के दर्शन होंगे, अगले दिन पदमावती और इस्कान मंदिर के दर्शन होंगे। इसके बाद वापस दिल्ली लौट आएंगे।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह सफर करीब 46 घंटे का है, लेकिन यह किसी को पता भी नहीं चलेगा। क्योंकि पूरी ट्रेन में सभी लोग भजन-कीर्तन करते हुए जाते हैं। कई मोहल्ले के लोग एक साथ जाते हैं। इसलिए यह सात की यात्रा का खूब आनंद लेकर आना। ठंड बहुत है, सभी लोग अपना ख्याल रखना। हालांकि हमने सारा इंतजाम किया है। एसी ट्रेन से जाना है। यात्रा के दौरान खाने, रहने और मंदिर दर्शन का इंतजाम का सारा इंतजाम किया गया है। फिर भी कोई कमी रह जाए तो इसके लिए पहले ही मैं माफी चाहता हूं। अगर कोई कमी मिले तो वापस आकर जरूर बताना, ताकि उसमें सुधार कर सकें। मेरी अपील है कि भगवान से अपने और अपने परिवार के साथ दिल्ली और देश की सुख शांति की भी कामना करना।
तीर्थयात्रा का सारा इंतजाम दिल्ली सरकार करती है, यात्रियों को केवल अपने कपड़े लाने होते हैं
इस अवसर पर मौजूद राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना के तहत अब तक 88 ट्रेनें बुजुर्गों को लेकर तीर्थयात्रा पर जा चुकी हैं। जिसमें 84 हजार तीर्थयात्री तिरुपति बालाजी, उज्जैन, रामेश्वरम और द्वारकाधीश जैसे तीर्थ स्थलों पर दर्शन करके आए हैं। आज यह 89वीं ट्रेन तिरुपति के दर्शन कराने के लिए लेकर जा रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में हम अक्सर यह देखते हैं कि अपने घर के बच्चे भी माता-पिता का ध्यान नहीं रख पाते है। ऐसे दौर में यह हम सभी दिल्लीवासियों के लिए गर्व की बात है कि हमें अरविंद केजरीवाल जैसे मुख्यमंत्री मिले हैं, जिन्होंने केवल अपने माता-पिता को नहीं, बल्कि दिल्ली के हर बुजुर्ग को अपना माता-पिता समझा और उनके लिए तीर्थ यात्रा का इंतजाम किया है। उम्र के इस पड़ाव पर आकर हर बुजुर्ग सोचता है कि हम तीर्थ यात्रा पर जाएं, लेकिन कई बार कोई साथ जाने वाला नहीं होता है, तो कई बार यात्रा करने के लिए पैसे नहीं होते हैं या कई बार कोई इंतजाम करने वाला नहीं होता है। इसलिए आप लोगों के घर के बड़े बेटे का धर्म निभाते हुए हमारे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत दिल्ली के हर बुजुर्ग के तीर्थ यात्रा पर जाने का इंतजाम किया है।
राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि आपने एक बार फॉर्म भर दिया। उसके बाद आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। आपको बस अपने सूटकेस में अपने कपड़े लेकर जाना है, उसके अलावा सारा इंतजाम अरविंद केजरीवाल की सरकार करती है। घर से बस के जरिए रेलवे स्टेशन लाने से लेकर सुबह की चाय और दोपहर का खाना, सब दिल्ली सरकार इंतजाम करती है। आप जब स्टेशन से तिरुपति बाला जी पहुंचेंगे तो स्टेशन से आपको होटल लेकर जाया जाएगा। तिरुपति बाला जी के दर्शन के साथ-साथ पद्मावती मंदिर और इस्कॉन मंदिर के भी दर्शन कराए जाएंगे। ये पूरा इंतजाम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा अपने माता पिता के लिए, आप सब के लिए किया गया है।
राजस्व मंत्री आतिशी ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे इस बात के काफी खुशी होती है कि जब भी तीर्थयात्रा के लिए ट्रेनें भेजी जाती हैं तो उसमें करीब 90 फीसदी यात्री महिलाएं होती हैं। आमतौर पर हमारे घर-परिवार में महिलाएं परिवार की देखरेख में अपनी पूरी जिंदगी लगा देती हैं। इस तरह कैसे लंबा समय बीत जाता है, उनको पता ही नहीं चलता है। हमारी माताओं ने हमेशा अपने बच्चों और परिवार को आगे और अपने आप को पीछे रखा है। अगर अरविंद केजरीवाल की मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना नहीं होती तो शायद हमारी माताएं अपने परिवार से तीर्थयात्रा पर जाने को बोलने के लिए संकोच करतीं। मुझे इस बात की सबसे ज्यादा खुशी है कि आज इस योजना के माध्यम से हम उन माताओं के लिए यह कर पाए हैं, जिन्होंने दूसरों के लिए अपनी पूरी जिंदगी लगा दी। उन्होंने तीर्थयात्रा की मंगलकामनाएं देते हुए सबसे अपील किया कि श्री तिरुपति बाला जी से देश और दिल्ली की तरक्की की कामना जरुर करें और हम सभी पर अपना प्यार और आशीर्वाद बनाए रखें।