महर्षि दयानन्द समग्र क्रांति के अग्रदूत थे- सांसद प्रवेश वर्मा
महर्षि दयानन्द के आदर्शों पर चलने की आवश्यकता
EROS TIMES: आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में आर्य समाज के संस्थापक व महान समाज सुधारक महर्षि दयानन्द सरस्वती का 199 वाँ जन्मदिन सांसद प्रवेश वर्मा के निवास 20, विंडसर पैलेस,जनपथ, नई दिल्ली में सौल्लास मनाया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य गवेन्द्र शास्त्री ने यज्ञ करवा कर किया।दिल्ली के कौने कौने से सैंकड़ों आर्य जन उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि महर्षि दयानन्द समग्र क्रांति के अग्रदूत थे उनके कार्यों की छाप हर क्षेत्र में दिखाई देती हैं।उनका नारी शक्ति के उत्थान में हो या शिक्षा के क्षेत्र में, कुरीतियों के उन्मूलन में उल्लेखनीय योगदान रहा।उन्होंने लोगों के सोचने की दिशा ही बदल डाली व तर्क शक्ति का विकास किया।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि महर्षि दयानन्द के आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं उन्हें जीवन में धारण करने की आवश्यकता है।महर्षि दयानन्द ने कुरीतियों पाखंड अंधविश्वास पर सीधा प्रहार किया जिसके लिए साहस की आवश्यकता होती है।उनकी आजादी की लड़ाई में उल्लेखनीय भूमिका रही और उनसे प्रेरणा लेकर हज़ारों नौजवान आजादी की लड़ाई में कूद पड़े।
वैदिक विदुषी आचार्या विमलेश बंसल ने कहा कि महर्षि ने कहा कि कोई कितना ही करे पर स्वदेशी राज्य सर्वोत्तम है उन्होंने सच्चे राष्ट्रवाद की अवधारणा को परिभाषित किया।उनके उपकार भुलाए नहीं जा सकते।विशिष्ट अतिथि अमृतसर से डॉ. नवदीप शर्मा ने कहा कि वेदों की पुनर्स्थापना में महत्वपूर्ण कार्य किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व महापौर सुभाष आर्य ने कहा कि आर्य निर्माण के लिए नई युवा शक्ति को जोड़ने के लिए काम करने का संकल्प लें।प्रवीण आर्य पिंकी के मधुर भजनों ने आनंदित किया।राष्ट्रीय मंत्री देवेन्द्र भगत ने
आभार व्यक्त किया।
प्रमुख रूप से आचार्य विद्या प्रसाद मिश्र, ओम सपरा , यशोवीर आर्य, अरुण आर्य,
रामकुमार आर्य, डालेंश त्यागी, राधा भारद्वाज, अमरसिंह सहरावत, राजेश मेहंदीरता, मनोज मान, कृष्ण कुमार यादव, सुरेश आर्य आदि उपस्थित थे।