नोएडा, इरोस टाइम्स: इनोवेटिव कैंसर केयर एंड रिहैबिलिटेशन एवं डॉ. पवन गुप्ता , कैंसर डायरेक्टर जेपी हॉस्पिटल के साथ मिल कर “सेव द युथ कम्पैन (युवा बचाओ आंदोलन )” विन ओवर तम्बाकू” का लांच पूरे नोएडा में किया है।
जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के अंतर्गत एन0ई0ए0 भवन बी 11 ए सेक्टर-06 नोएडा में प्रातः 11:00 बजे कार्यशाला का आयोजन किया। नियंत्रण जागरूकता एवं सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम से सभी को अवगत कराया गया।
कार्यशाला में डॉ. स्वेता खुराना ने राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के बारें में विस्तृत जानकारी दी, डॉ. भारत भूषण नोडल अधिकारी एन0टी0पी0सी कोटपा २००३ अधिनियम की धाराओं से अवगत कराया। श्रीमती सुकृति जैन क्वीनपैकेजिंग से सब को अवगत कराया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराग भार्गव जी तथा डॉ. वी0वी0ढाका, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने तम्बाकू से होने वाले दुस्प्रभाव तथा उससे होने वाली वीमारियों के बारें में जानकारी दी एवं डॉ. पवन गुप्ता ने जो की आई वन विन के अध्यक्ष है वीन टोबैको के बारें में सम्पूर्ण जानकारी लोंगो के साथ साझा की।
डॉ. पवन गुप्ता ने बताया की भारत में हर दिन करीब 5500 बच्चे तम्बाकू का सेवन करना प्रारम्भ करते है और करीब 2200 लोगों की मौत तम्बाकू चबाने से होती है। युवाओं को इस भयानक आदत से बचाना अत्यंत आवश्यक है। अभी तक स्कूलों में तंबाकू की जानकार४ी के लिए कोई नहीं पुस्तिका उपलब्ध नहीं है। परन्तु “बी स्मार्ट टू नॉट स्टार्ट” और “जागरूक रहें प्रारम्भ न करें” पुस्तिका कॉमिक द्वारा न केवल तम्बाकू के बारें में उपलब्ध जानकारी देगी अपितु तम्बाकू के अवगुणों के प्रति युवाओं को जागरूक भी करने का प्रयास करेगी।
आई कैन केयर के बिज़नेस एंड प्रोजेक्ट मैनेजर रबिन्द्र मिश्रा ने बताया की डॉ. पवन गुप्ता की लिखी गयी ये इन पुस्तिकाओं को नोएडा के छठी और उसके ऊपर की कक्षा के बच्चों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ इन बच्चों को तम्बाकू की जानकारी और सेवन का सर्वे और प्लेज भी दिलवाया जा रहा है।
इनकी वेब्सीटेस ” www.winovertobacco.org” पर ऑनलाइन भी प्लेज भी कराई जा रही है। रबिन्द्र मिश्रा ने बताया की स्कूल, कॉलेज, कॉर्पोरेट, इंस्टिट्यूट सभी में करीब एक लाख युवाओं तक यह पुस्तिका एंड सर्वेक्षण करना है।
आई कैन केयर के सीईओ ऋषव अग्रवाल ने जानकारी दी की तम्बाकू के लत से बचने की ट्रेनिंग डॉक्टर्स और कॉर्पोरेट में भी कराई जा रही है। ” विन ओवर तंबाकू- मेड इजी” और तम्बाकू पे जजीत हुई आसान ” पुस्तक भी ” www.icancare.org” पर भी उपलब्ध है।
पवन ने बताया की करीब 70 % लोग जो तम्बाकू सेवन करते है वे इस लत से छुटकारा पाना चाहते है लेकिन सही मेडिकल उपाय न मिल पाने के कारण छोड़ने में अपने आप को असमर्थ महसूस करते है। इन सभी कोई सही जानकारी देना एवं उचित रास्ता बताना बेहद ही जरुरी है।
So what should be done to de-addict people with tobacco abuse? Do u take any rehabilitation courses? If yes, kindly give details….