अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की तारीख जैसे-जैसे पास आती जा रही है, वैसे ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। बाइडन की उम्मीदवारी पर अब उन्हीं के पार्टी के नेता सवाल उठाने लगे हैं, जिसके बाद उन पर उम्मीदवारी छोड़ने का दबाव बन गया है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी अब उन लोगों की टोली में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने जो बाइडन के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में वापसी के अभियान के बारे में चिंता जताई है। ओबामा ने सहयोगियों से कहा कि हाल के दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन की जीत की राह बहुत मुश्किल हो गई है। ओबामा ने कहा कि बाइडन को अब उम्मीदवारी की व्यवहार्यता पर गंभीरता से विचार करना होगा, नहीं तो चीजें और खराब हो जाएंगी। बता दें ओबामा ने कहा कि उन्हें पता चला है कि बाइडन पोल में अब पिछड़ते जा रहे हैं और ऐसा ही चलता रहा तो धीरे-धीरे ट्रंप का रास्ता आसान हो जाएगा। ओबामा का बयान डेमोक्रेटिक पार्टी के लगभग 20 नेताओं द्वारा बाइडन को अभियान छोड़ने के लिए कहने के बाद आया । ख़बरों के मुताबिक बताया कि इससे पहले पूर्व हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने बाइडन से एक निजी बातचीत में कहा कि वह ट्रंप को हराने की उनकी संभावनाओं के बारे में निराशावादी हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में भी सीनेट के लिए चुनाव लड़ रहे कैलिफोर्निया के वरिष्ठ हाउस डेमोक्रेट एडम शिफ ने कहा कि बाइडन को अपना अभियान समाप्त कर देना चाहिए। शिफ ने लॉस एंजिल्स टाइम्स को दिए एक बयान में कहा कि उन्हें इस बात को लेकर ‘गंभीर चिंता’ है कि क्या बाइडन रिपब्लिकन चैलेंजर ट्रंप को हरा भी पाएंगे या नहीं।
एमिटी विश्वविद्यालय में वार्षिक सम्मेलन ‘‘संस्कृत संवाद 2024’’ का आयोजन
EROS TIMES: एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी इंस्टीटयूट फॉर संस्कृत स्टडीज एंड रिसर्च द्वारा शिक्षा मंत्रालय के भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद के सहयोग से ‘‘विकसित भारत हेतु संस्कृत ज्ञान परंपरा की…