
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के पंजाब, हरियाणा, राजस्थान चैप्टर की बैठक चंडीगढ़ के किसान भवन में हुई जिसकी अध्यक्षता लखविंदर सिंह औलख एवम सेवा सिंह आर्य ने की।
बैठक में निम्नलिखित फैंसले लिए गए –
20 अक्टूबर को मोहाली के गुरुद्वारा अम्ब साहिब में पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के किसान बाढ़ व गुलाबी सुंडी से खराब हुई फसलों के मुआवजे के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठे होंगे।
स्वामीनाथन आयोग के C2+50% फॉर्मूले के अनुसार फसलों की MSP पर खरीद की गारंटी का कानून बनाया जाए, देश के किसानों को कर्जमुक्त किया जाए, भूमि अधिग्रहण के कानून के तहत किसानों की लूट को बंद किया जाए, IPEF जैसे मुक्त व्यापार समझौते न किये जायें, शारदा-यमुना लिंक प्रोजेक्ट को बना कर किसानों को सिंचाई के लिए पानी दिया जाए आदि मांगों पर SKM (गैर-राजनीतिक) 31 जनवरी 2024 तक देशभर में 20 बड़ी पंचायतें आयोजित कर के किसानों को एकजुट करेगा व लोकसभा चुनावों से पहले देशव्यापी किसान आंदोलन की तैयारी करी जाएगी।
6 नवम्बर को SKM (गैर-राजनीतिक) की राष्ट्रीय बैठक का दिल्ली में आयोजन कर के दिल्ली में बड़ी किसान पंचायत आयोजित करने की तिथि तय करी जाएगी।
आज बैठक में भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर, भारतीय किसान यूनियन खोसा, शेरे ए पंजाब किसान यूनियन, भारतीय किसान नौजवान यूनियन, भारतीय किसान एकता, भारतीय किसान यूनियन खेती बचाओ, भारतीय किसान यूनियन हरियाणा, किसान संघर्ष कमेटी, पंजाब किसान मजदूर यूनियन, गन्ना संघर्ष कमेटी, किसान ते जवान भलाई यूनियन, भारतीय किसान यूनियन सिरसा, भारतीय किसान यूनियन कालांवाली, खेती बचाओ मोर्चा आदि संगठन मुख्य तौर पर मौजूद रहे।