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एमिटी विश्वविद्यालय में ‘‘उद्यमिता और स्थायी व्यापार विकास’’ पर अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन आईसीईएसबीडी 2024 का आयोजन
Eros Times: छात्रो को उद्यमिता और व्यापार विकास में स्थायीत्व की जानकारी प्रदान करने के लिए एमिटी स्कूल ऑफ बिजनेस द्वारा ‘‘उद्यमिता और स्थायी व्यापार विकास’’ विषय पर दो दिवसीय अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन एफ ब्लाक सभागार में किया गया। इस सम्मेलन का शुभारंभ मजेस्टिक ऑटो के चेयरमैन और मैनजिंग डायरेक्टर महेश मुंजाल, हीरो मोटरकॉप्स के सस्टेनेबेलिटी लीड विनोद थूसु, मटेरियल रिसांइकलिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के गर्वरमेंट रिलेशन के प्रमुख गौरव कौल, जस्टडायल के सहसंस्थापक श्री वी कृष्णन्न, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला और एमिटी स्कूल ऑफ बिजनेस की निदेशक डा सुजाता खंडाई द्वारा किया गया।
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सम्मेलन का शुभारंभ मजेस्टिक ऑटो के चेयरमैन और मैनजिंग डायरेक्टर महेश मुंजाल ने कहा कि धन को बचाना भी धन कमाना है इसी तरह अगर आप वाहन चलाते समय प्रदूषण को उत्पन्न होने से रोकते है तो पर्यावरण संरक्षण में सहायक हो सकते है। वाहने चलाते समय अगर ब्रेक का उपयोग कम करेगें, आगे चलने वाले वाहनों से दूरी बना कर रखें, गति तेज ना करें, वाहनों की नियमित जांच करायें, टायरों में हवा का प्रेशर बना कर रखें आदि से बिना जला हुआ ईंधन कम निकलेगा जिससे प्रदूषण कम फैलेगा। श्री मुंजाल ने कहा कि स्थायीत्व केवल एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नही है हम सभी की जिम्मेदारी है जिससे स्थायी उद्योग के स्थायी उत्पाद का स्थायी उपयोग हो सके।
हीरो मोटरकॉप्स के सस्टेनेबेलिटी लीड विनोद थूसु ने कहा कि समाज, पर्यावरण संरक्षण, आदि में उद्यमिता एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आज ग्राहक भी स्थायी उत्पाद की मांग करते है इसलिए स्थायीत्व व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है। आज भारत विश्व में स्टार्टअप्स के लिए तृतीय सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन कर उभर रहा है। उन्होने भारतीय अर्थव्यवस्था बाजार, नवीकरणीय उर्जा की उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि हमें समाजिक और शासन पर विशेष ध्यान देना चाहिए जिससे कार्य में पारदर्शिता बनी रहे। थुसू ने हीरो मोटरकॉप्स द्वारा पर्यावरण एवं स्थायी उद्यमिता के क्षेत्र में की गई पहल के बारे में जानकारी प्रदान की।
मटेरियल रिसांइकलिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के गर्वरमेंट रिलेशन के प्रमुख गौरव कौल ने कहा कि हम रेखीय अर्थव्यवस्था में है जिसमें लोग उत्पाद खरीदते है उसका उपयोग करते है और उसे फेंक देते है। समय की मांग है कि उत्पादों का अधिक अधिक पुर्नउपयोग और पुनर्नवीनीकरण किया जाये। लगभग 40 हजार गीगा टन प्रति वर्ष अपशिष्ट का उत्पन्न हो रहा है जबकी पृथ्वी की कुल क्षमता 5 लाख गीगा टन वहन करने की है, जब यह सीमा पार कर जायेगे तो उसके उपरांत क्या होगा हमे नही पता। व्यापार एवं निति के परिपेक्ष्य में स्थायीत्व का अर्थ प्राकृतिक एवं भौतिक संसाधानों को क्षरण से बचाना जिससे वे लंबे समय तक टिके रहे। एमआरएआई, संस्थानों को स्थायीत्व के क्षेत्र उठाये गये कदम के लिए मंच प्रदान करता है।
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जस्टडायल के सहसंस्थापक श्री वी कृष्णन्न ने कहा कि देश में अपना उद्यम प्रारंभ करने का सबसे बेहतरीन समय चल रहा है और आप इस स्वर्ण दशक के अवसरों का लाभ उठायें। कोई भी व्यापार साधारण आईडिया और असाधरण निष्पादन पर आधारित होता है। कोई भी व्यक्ति जन्म से प्रतिभावान नही होता बल्कि स्वंय को रोज थोड़ा थोड़ा सुधार करके प्रतिभाशाली बना जा सकता है। प्रतिभा, जीवन का एक मार्ग है। व्यापार बहुत अधिक धन उत्पन्न करना नही बल्कि बड़ी संख्या में लोगो के जीवन को प्रभावित करना है। उन्होनें छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि बहुत सारी चीजों के पीछे ना भागे बल्कि अपने कार्य पर ध्यान स्थिर करें। व्यापार के लिए मार्गदर्शक की खोज करे जो आपकों सही मार्ग दिखायें। अपने व्यक्तित्व को विकसित करें और व्यापार के अलावा अपनी सेहत पर ध्यान दें, प्रोत्साहन देने वाली पुस्तक पढ़े।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने अतिथियों एंव छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के सम्मेलनों से आप सभी छात्रों को व्यापरिक जीवन के अह्म ज्ञान प्राप्त होगें। महामारी के उपरांत व्यापारिक पर्यावरण में बृहद परिवर्तन आया है और व्यापार की सफलता के लिए ग्राहकों की आवश्यकता को समझना जरूरी हो गया है जिसमें आपको उत्पाद की गुणवत्ता और दाम को भी जानना चाहिए जिससे आपके पहले के ग्राहक जुड़े रहे और नये ग्राहक भी जुड़े। सम्मेलन के आने वाले दो दिन आपको बहुत सारी प्रयोगिक जानकारी प्राप्त होगी जो भविष्य में आपके लिए लाभप्रद होगी।
एमिटी स्कूल ऑफ बिजनेस की निदेशक डा सुजाता खंडाई ने स्वागत करते हुए कहा कि इस दो दिवसीय सम्मेलन का उददेश्य उद्यमिता और व्यवसाय के विभिन्न कार्यात्मक क्षेत्रों में अपने नवीनतम शोध कार्यो को साझा करने के लिए शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को एक साथ लाने के लिए मंच प्रदान करना है।
सम्मेलन के प्रथम दिन तकनीकी सत्र के अंर्तगत प्रथम सत्र में स्थायी व्यावसायिक अभ्यास के निर्माण के माध्यम से भविष्य के लिए मार्ग तैयार करना विषय पर चर्चा सत्र का आयोजन किया गया जिसमें एवेरी डेनिसन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हेमंत तिवारी, मैकडॉनल्ड के चीफ इर्न्फोमेशन ऑफिसर विनय कुमार, ग्लायकोल के चीफ इर्न्फोमेशन ऑफिसर अतुल गोविल, स्टारशिल्ड टेेक्नोलॉजीस की संस्थापक सुप्रीत सिंह, जैक्ससन इंजिनिरिंग लिमिटेंड के प्रमुख अलोक अग्रवाल ने अपने विचार रखे।