दिल्ली:EROS TIMES: हमारे समाज के साथ साथ इस दुनिया के अधिकतर लोग में यौन हिंसक की वारदातें बढ़ती जा रही है, ऐसे मामलों की पीछे एक वजह सेक्स एडिक्शन या सेक्स के प्रति लत भी है जिसे(जबरन यौन संबंध) के नाम से भी जाना जाता है।
ऐसे लोगों को बार-बार सेक्स करने की इच्छा होती है। इसके चलते सेक्स एडिक्शन के शिकार लोग अपनी सेहत को भी नजरअंदाज कर देते हैं।
और डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, इस बीमारी से पीड़ित इंसान मानसिक बीमारी की वजह से खुद को सेक्स करने से रोक नहीं पाता है।
सेक्स की लत लगने वाले इंसान को इस बीमारी का पता नहीं चलता और जब तक इसके बारे में वो जान पाता है, तब तक देर हो चुकी होती है।
इसके लक्षण 6 महीनें में खुलकर सामने आते है।
WHO ने गेमिंग एडिक्शन के बाद अब सेक्स एडिक्शन को मानसिक बीमारी की कैटेगरी में रखा है। इसे मेंटल डिसऑर्डर यानी मानसिक बीमारी की कैटेगेरी में रखने का ये फायदा होगा कि इस समस्या से पीड़ित लोगों को इलाज के कई ऑप्शन्स मिल पाएंगे और इस क्षेत्र में रिसर्च भी हो पाएगी।
सेक्स करने के बाद भी उसे कभी संतुष्टि नहीं मिलती है, बस उसमें सेक्स करने तीव्र इच्छा जगी रहती है। सेक्स करना उसके लिए डेली रुटीन में किए जाने वाली आदतों में शुमार हो जाता है। लेकिन इस आदत को आप पूरी तरह अनैतिक यौन इच्छाओं से जोड़कर भी नहीं देख सकते हो।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को कहीं भी किसी जगह भी सेक्स करने की तलब जग जाती है।
(कामपुल्सिव सैक्सुअल बेहेवियर) ग्रसित लोग पॉर्न विडियो देखते रहते हैं और यदि उन्हें सेक्स के लिए कोई पार्टनर नहीं मिलता तो वे हस्तमैथुन करते रहते हैं। वो हस्तमैथुन के आदी हो जाते है।
जरूरत से ज्यादा ड्रग लेने वाले लोग भी सेक्स एडिक्शन के शिकार हो सकते हैं। उनके साथ ऐसा तब होता है, जब वे इसकी शुरुआत कर रहे होते हैं या फिर उसे छोड़ने की कोशिश कर रहे होते हैं। माना जाता है कि ऐसे लोगों के लिए सेक्स भी नशे का काम करता है।
हाइपर सेक्सयुलिटी का इलाज अभी तक संभव नहीं हुआ है, लेकिन मेडिकल और प्रेक्टिकल थैरेपी से इसे कम किया जा सकता है।
ऐसे लोगों में अक्सर एसटीडी या एड्स होने का खतरा ज्यादा रहता है, क्यों कि अपनी सेक्स इच्छा के चलते ये लोग वैश्याओं और अंजान लोगों से भी सेक्स करने करने को तैयार रहते हैं, वो भी बिना किसी सुरक्षा के साथ।
Compulsive Sexual Behaviour जैसे डिसऑर्डर के पीछे की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है, फिर भी कई रिसर्च स्टडीज़ दावा करती हैं कि यह दिमाग में केमिकल या हार्मोन के असंतुलन और बचपन की कोई यौन हिंसा के कारण ऐसा होता है।
सेक्स एडिक्शन से ग्रस्त लोगो को अवसाद, चिंता और अकेलेपन से ग्रसित होते हैं, क्योंकि उन्हें लंबे समय तक साथ देने वाला पार्टनर नहीं मिल पाता है।