EROS TIMES: छात्रों को विश्व के प्रथम वर्ल्ड मेडिटेशन डे के अवसर पर ध्यान के महत्व को बताने के लिए एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन और एमिटी स्कूल ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंसेज द्वारा ध्यान कार्यक्रम सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डॉ. बलविंदर शुक्ला, फैकल्टी ऑफ एजुकेशन की डीन डॉ. कल्पना शर्मा सहित लगभग 400 छात्रों ने ध्यान किया। इस अवसर पर एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन के डॉ. उमेश कुमार और एमिटी स्कूल ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंसेज के डॉ. अश्विनी कुमार ने ध्यान करने के लाभों को बताया।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डॉ. बलविंदर शुक्ला ने संबोधित करते हुए कहा कि प्राचीन समय देश में हमारे पूर्वजों ने ध्यान और योग के महत्व को समझा है और उसको अपनाया भी है। वर्तमान मे हम कई प्रकार के तनाव से गुजर रहे है और मेडिटेशन मन को शांत करने और तनाव कम करने में सहायक होता है। एमिटी मे हम योग और ध्यान के महत्व को समझते हुए छात्रों हेतु योग व मेडिटेशन कक्षाओं का आयोजन करते है। डॉ. शुक्ला ने कहा कि आज विश्व हमारे ध्यान के मार्ग को अपना का उस पर चल रहा है और विश्व में कल 21 दिसंबर को वर्ल्ड मेडिटेशन डे का आयोजन किया जा रहा है जो विश्व को शांति व ध्यान की साधना करने में सहायता करेगा।
इस अवसर पर एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन के डॉ. संजय सिंह भी उपस्थित थे।