EROS TIMES: देश में इन दिनों चार धाम यात्रा लिए श्रद्धालुओं की अत्यंत भारी भीड़ उमड़ रही है। आदि अनंत शिव के विभिन्न स्वरूपों की आराधना ही मुक्ति का मार्ग है। वहीं बिना किसी दान व सरकारी सहयोग के केदारनाथ – बद्रीनाथ व पंच केदार में सिक्स सिग्मा की स्वास्थ्य सेवा श्रद्धालुओं के चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य कर रही है। सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर चारधाम यात्रा में अब तक सिक्स सिग्मा ने अत्यंत कठिन मेडिकल सेवा से लाखों भक्तों का इलाज कर चुकी है ।
सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के सीईओ डॉ प्रदीप भारद्वाज ने चार धाम यात्रा में दी जा रही मेडिकल सेवा के बारे में बताया कि सिक्स सिग्मा अब शिवमय हो गई है, सिक्स सिग्मा एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस की टीम बद्रीनाथ, केदारनाथ, मद्महेश्वर, रुद्रनाथ और तुंगनाथ में स्वास्थ्य सेवा दे रही है। सारा जहाँ है जिसकी शरण में, सिक्स सिग्मा है उस शिव जी के चरण में । इन स्थानों पर प्रति दिन हजारों लोग मेडिकल सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं। आपातकालीन स्थिति में भी संस्था के डॉक्टर तुरंत करवाही कर नव जीवन दे रहे हैं। इस अतुल्यनीय कार्य करने के लिए भगवान शिव भी टीम को अपना आशीर्वाद दे रहे हैं। सिक्स सिग्मा का मूल मंत्र है – मेडिकल सेवा – कभी भी – कहीं भी – हर मौसम में – हर पहाड़ पर – ना कोई दान – फिर काम कर रहे हैं महान ।
डॉ अनिता भारद्वाज, मेडिकल डायरेक्टर केदारनाथ ने बताया कि सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर की मेडिकल टीम मंदिरों के कपाट खुलने से पहले ही अपना कार्य शुरू कर देती है। यहाँ कठिन सर्विस करके – सिक्स सिग्मा पैसे नहीं – इंसानियत और दुआयें कमा रही हैं । इस कड़ी में डॉ सपना, डॉ परवेज अहमद और डॉ सोविक चंद्र दत्ता, डॉ संजय शुक्ला, डॉ० अरुण कुमार, सोनू कुमार और अभिषेक कुमार तथा मद्महेश्वर में संजीव कुमार मेडिकल सर्विस दे रहे हैं।
सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर आपातकालीन सेवा देने में है दक्षता हासिल है। भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, सीमा सुरक्षा बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स और एनडीआरएफ् से प्रशिक्षण प्राप्त सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर टीम किसी भी कठिन स्थिति में मेडिकल सेवा देने के अलावा रेस्क्यू करने में भी दक्ष है। इसके सदस्य किसी भी मौसम, कितनी भी ऊंचाई और बिना समय गंवाए मेडिकल सेवा देने के लिए तैयार रहते हैं।
डॉ० भारत शर्मा, डिप्टी डायरेक्टर ने जानकारी दी की, सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर बिना किसी पर बोझ बने स्वयं अपना काम करती है, हमने कोई भी सरकारी सहयोग नहीं लिया है, पहाड़ पर अपना खाना भी ख़ुद बनाते हैं, अपना टेंट भी ख़ुद लगाते हैं और सभी ज़रूरी दवाई, मेडिकल इक्विपमेंट, ऑक्सीजन आदि भी भी ख़ुद उपलब्ध करवाते हैं । हमारी टीम बिना दान लिये कृतज्ञता से निष्काम कर्म करती है । हम आम से लेकर ख़ास तक को निःशुल्क मेडिकल सेवा देते हैं ।
समय – समय पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के निः स्वार्थ कार्य को सराहा है । पहाड़ पर विषम स्थिति में सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर द्वारा किए जा रहे कार्य को देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी सराहा। उन्होंने कहा था कि अगर सिक्स सिग्मा है तो सब ठीक है। उनके शब्दों ने पूरे सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर को गदगद कर दिया था। आपको बता दें की, सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर की टीम ने जान पर खेलकर वर्ष 2013 में केदारनाथ, गौरीकुंड व बद्रीनाथ में फंसे 511 लोगों की न केवल जीवन रक्षा की, बल्कि पुनर्वास में भी उनकी मदद की थी और 2018 में केदारनाथ में पहला हाई अल्टीट्यूड हॉस्पिटल चालू किया था । मध्यमहेश्वर, तुंगनाथ और रुदरनाथ में भी सबसे पहले सिक्स सिग्मा मेडिकल टीम की सेवाये पहुँची थी और इस साल फिर से यहाँ की ज़िम्मेवारी सिक्स सिग्मा को दी गई है ।
निम्न स्थानों पर है – सिक्स सिग्मा के मेडिकल सेवा :-
- श्री केदारनाथ मंदिर परिसर
- श्री बद्रीनाथ मंदिर परिसर
- श्री मध्यमहेश्वर मंदिर परिसर
- श्री तुंगनाथ मंदिर परिसर
- श्री रुद्रनाथ मंदिर परिसर
श्री केदारनाथ मंदिर :-
केदार मंदिर की शिवलिंग स्वयंभू है। अपार ऊर्जा का केंद्र केदारनाथ है । भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में केदारनाथ सबसे ऊंचाई पर स्थित है, पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, बैलरूपी भगवान शिव जब अंतर्ध्यान हुए तो उनके धड़ से आगे का हिस्सा काठमाण्डू में प्रकट हुआ, जिससे वे पशुपतिनाथ कहलाए। भुजाएं तुंगनाथ में, मुख रुद्रनाथ में, नाभि मदमदेश्वर में और जटा कल्पेश्वर में प्रकट हुए। इस वजह से केदारनाथ समेत इन पांच जगहों को पंचकेदार कहा जाता है। सिक्स सिग्मा 2013 त्रासदी से यहाँ मेडिकल सेवा देता आया है ।
श्री मध्यमहेश्वर मंदिर :-
केदार खंड में स्थित मदमहेश्वर मंदिर चौखम्बा पर्वत की तलहटी में 11234 फीट की ऊंचाई पर स्थित है जिसे द्वितीय केदार भी कहा जाता है ।पंचकेदार में भगवान शिव के पांच अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यहां नाभि के आकार के लिंगम के रूप में की जाती है।
श्री मद्महेश्वर मंदिर केदारनाथ पर्वतीय श्रृंखला के अभ्यारण्य में है, जो कस्तूरी मृग के लिए प्रसिद्ध है। जो वन्य जीवों के लिए स्वर्ग कहा जाता है। मद्महेश्वर मंदिर में सिक्स सिग्मा ने सबसे पहले 2018 मेडिकल सेवा चालू की और आज मद्महेश्वर घाटी में सिक्स सिग्मा एक जाना माना नाम है ।
तुंगनाथ मंदिर :-
तुंगनाथ मंदिर पंच केदार मंदिरों में सबसे ऊँचे स्थान पर है। जिसकी ऊँचाई 14000 फीट है । इस मंदिर को 5000 वर्ष पुराना माना जाता है। मैथानी ब्राह्मण इस मंदिर में पुजारी के तौर पर काम करते हैं। तुंगनाथ को उस जगह के रूप में पहचाना जाता है जहां बाहू (हाथ) देखा गया था । तुंगनाथ मंदिर परिसर में सिक्स सिग्मा मेडिकल सेवा आज सभी यात्रियों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवा रहा है ।
श्री रुद्रनाथ मंदिर :-
पंच केदार में सबसे कठिन यात्रा – श्री रुद्रनाथ की यात्रा मानी जाती है । पंच केदार के अत्यंत कठिन यात्रा श्री रुद्रनाथ जी के इतिहास में पहली बार कोई संस्था – सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर को इस बार स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहा है।यहां रुद्रनाथ जी भगवान शिव के मुख की पूजा की जाती है । रुद्रनाथ जी से नंदा देवी पर्वत और त्रिशूल पर्वत की हिमाच्छादित चोटियां दिखाई देती हैं । रुद्रनाथ मंदिर गोपेश्वर के सगर गांव से पैदल 23 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। रुद्रनाथ में भी सिक्स सिग्मा की मेडिकल सर्विस सबसे पहले पहुँची हैं ।