दुनिया डेस्क, इरोस टाइम्स: हाल ही में इजिप्ट की लकसोर सिटी के पास करीब 3 हजार साल पुराने 1000 स्टैच्यू और 10 कब्रें मिली है। इन कब्रों में रखीं ममी अमीर व्यक्तियों की बताई जा रही है। क्योंकि, ये काफी गहनों से लदी थीं। आर्कियोलॉजिस्ट इन ममी के रहस्यों का पता लगा रहे हैं। हालांकि, इजिप्ट में इस तरह की रहस्यमयी ममी मिलने का मामला पहला नहीं है। इसी तरह मिस्र के सबसे कम उम्र के राजा तूतेनखामेन की कब्र के रहस्य से भी अब तक पर्दा नहीं उठा सका है।
खजाना निकालने वाले अधिकतर लोगों की हो गई थी मौत…
– मिस्र के इतिहास में तूतेनखामेन सबसे ज्यादा चर्चित व्यक्ति थे, जो सिर्फ 9 साल की उम्र में ही मिस्र के राजा बन गए थे। हालांकि, 19 साल की उम्र में उनकी रहस्यमयी मौत हो गई थी।
– उनकी मौत का कारण मेरुदण्ड टेढ़ा होना बताया गया था। वहीं, इतिहासकारों का मानना था कि राजगद्दी के लिए उनकी हत्या कर दी गई थी। उनकी ममी को 1922 में ब्रिटिश ऑर्कियोलॉजिस्ट हॉवर्ड कार्टर ने खोजा था। इस समय मिस्र पर इंग्लैंड का कब्जा था और यहां के लॉर्ड जॉर्ज कारनारवन थे। कारनारवन ने ही हॉवर्ड को तूतेनखामेन की कब्र और खजाना खोजने का काम सौंपा था।
– इस कब्र के बारे में कहा जाता था कि जो भी व्यक्ति तूतेनखामेन की कब्र खोदेगा और उनकी ममी के नीचे छिपे खजाने की तलाश करेगा, उसकी मौत हो जाएगी।
– जब तूतेनखामेन की कब्र खोजी गई तो उनकी ममी के नीचे एक छोटा कमरा भी था, जो सोने-चांदी से भरा हुआ था। हालांकि, यह खजाना उतना नहीं था, जितने का दावा किया गया था।
– लेकिन, इसके कुछ दिनों बाद से ही ऑर्कियोलॉजिस्ट हॉवर्ड के टीम के सदस्यों की रहस्यमयी मौत होनी शुरू हो गई थी। ये लोग वही थे, जिन्होंने कब्र से तूतेनखामेन की ममी हटाकर खजाना निकाला था। इसके अलावा कुछ महीनों बाद ही लॉर्ड जॉर्ज कारनारवन की भी मौत हो गई थी।
– उस समय के फेमस लेखक और जासूसी नॉवेल शैरलॉक होम्स के राइटर सर ऑर्थर कोनन डॉयल ने भी कहा था कि यह श्रापित ममी थी। इतिहास के अनुसार, तूतेनखामेन की ममी को कब्र से नहीं निकालना ही ठीक होता।