एमओयू पर जापान के गर्वनर और एमिटी की वाइस चांसलर ने किये हस्ताक्षर
एमिटी विश्वविद्यालय के कुशल छात्रों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए आज जापान के इबाराकी प्रान्त के राज्यपाल श्री काजुहिको ओइकावा के नेतृत्व में उनके कार्यालय और जापान के सेकिशो कोरपोरेशन के सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस अवसर पर छात्रों को इबाराकी प्रान्त के उद्योगो में रोजगार एंव प्रशिक्षण के अवसरों प्रदान करने के लिए जापान के इबाराकी प्रान्त के राज्यपाल श्री काजुहिको ओइकावा और एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चंासलर डा बलविंदर शुक्ला ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये।
इस कार्यक्रम में जापान के इबाराकी प्रान्त के औद्योगिक रणनीति विभाग के महानिदेशक श्री मासायोशी ओहटेक, श्रम मामले प्रभाग के रोजगार संवर्धन अुनभाग के निदेशक श्री मिचनारी मसुदा, रोजगार संवर्धन अुनभाग के कर्मचारी श्री योहेई इचिसावा, सेकिशो कैरियर प्लस इंक के अध्यक्ष श्री रयोइची तोमिता, जनरल मैनेजर मासाफुमी सोल्डर, सेकिशों कोरपोरेशन के श्री कियोतोशी अराकी और सुश्री इशा सचदेवा, एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती और एमिटी टेक्नीकल प्लेसमंेट सेंटर के उप निदेशक डा अंजनी भटनागर उपस्थित थे।
जापान के इबाराकी प्रान्त के राज्यपाल श्री काजुहिको ओइकावा ने एमिटी को इबाराकी प्रान्त मंे भी अपना कैंपस प्रारंभ करने का निमंत्रण देते हुए कहा कि हम एमिटी यूनिवर्सिटी के साथ एक उपयोगी साझेदारी की आशा करते हैं, जो हमें अपने छात्रों और समुदायों के लिए उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने के अलावा ज्ञान, विचारों और संस्कृतियों को साझा करने में सक्षम बनाएगी। हम एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश से स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद इबाराकी प्रान्त तक जाने वाली भारतीय प्रतिभाओ को प्रशिक्षण और स्थानांतरण में पूर्ण सहायता प्रदान करेंगे और एमिटी के छात्रों के लिए जापानी भाषा पाठ्यक्रम भी प्रदान करेगें। वर्तमान में लगभग 10,000 पीएचडी धारक इबाराकी क्षेत्र में काम कर रहे हैं, जिनमें 2000 से अधिक भारतीय हैं। हमारा लक्ष्य सूचना प्रौद्योगिकी, प्रबंधन, अर्थशास्त्र, जैव प्रौद्योगिकी और अन्य सभी क्षेत्रों सहित विभिन्न क्षेत्रों में एमिटी के साथ एक मजबूत सहयोग बनाना है।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चंासलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि भारत एवं जापान के रिश्ते काफी पुराने है जो वर्तमान में अपनी नई उंचाईयों को छू रहे है और एमिटी का भी जापान के विभिन्न संस्थानों से जुड़ाव है। एमिटी मे ंहम छात्रों को आधुनिक शिक्षण के सांथ उनके अंदर मूल्यांे, संस्कारों और मानवता के गुणों को भी पोषित करते है। हम इबाराकी प्रांत के साथ साझेदारी करके और अपने छात्रों के लिए अवसर तलाशने को लेकर रोमांचित हैं। यह समझौता ज्ञापन वैश्विक संबंधों को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है और हमें यकीन है कि इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से एमिटी और जापान के बीच संबंध और मजबूत होंगे और नए अवसर मिलेंगे।
जापान के इबाराकी प्रान्त के औद्योगिक रणनीति विभाग के महानिदेशक श्री मासायोशी ओहटेक ने कहा कि इबाराकी प्रान्त के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि टोक्यो के करीब स्थित, बड़ी मात्रा में समतल भूमि और समृद्ध प्राकृतिक वातावरण के साथ, इबाराकी प्रान्त क्षेत्र के मामले में जापान के सबसे बड़े प्रान्तों में से एक है जहाँ कारखाने स्थित हैं। यह एक ऐसा प्रान्त है जहाँ प्राकृतिक उद्योग, अनुसंधान और विकास में सामंजस्य है और यह हिताची, कैनन, मित्सुबिशी केमिकल्स आदि जैसे कई वैश्विक निर्माताओं का एक प्रमुख केंद्र है, इसलिए इस क्षेत्र में छात्रों के लिए रोजगार के असीमित अवसर हैं।
इस अवसर पर एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने एमिटी द्वारा संचालित किये जा रहे पाठयक्रमों और शोध कार्यो की विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के अंर्तगत जापान के इबाराकी प्रान्त के राज्यपाल श्री काजुहिको ओइकावा ने एमिटी में जापानी भाषा सीख रहे छात्रों से मुलाकात भी की।