इस्लामाबाद, इरोस टाइम्स: पेपर्स लीक मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर सुप्रीम कोर्ट ने आगे की पड़ताल के लिए संयुक्त जांच टीम के गठन का आदेश दिया और उनके दो बेटों को अब जांच टीम के सामने पेश होने को कहा है। साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा कि कतर पैसा भेजने की भी जांच पूरी तरीके के साथ की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों ने यह फैसला सुनाया है जिसमें से दो जज उनके अयोग्य ठहराने के पक्ष में थे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से नवाज शरीफ को फौरी राहत मिलने के बाद मरियम नवाज ने ट्वीट कर खुशी जतायी है।
आपको बता दें कि पनामा पेपर्स लीक मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से आने वाले इस महत्वपूर्ण फैसले को देखते हुए वहां के आस-पास के इलाके को पुलिस की छावनी में तब्दील कर दिया गया था। इस आदेश के बाद पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट भारी बढ़त देखने को मिला, जिससे पता चलता है कि निवेशकों में इस बात का विश्वास है कि कोर्ट प्रधानमंत्री के पद के लिए नवाज शरीफ को अयोग्य घोषित नहीं करेगा।
उल्लेखनीय है कि पनामा पेपर्स लीक में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिजनों पर विदेशों में अघोषित संपत्तियां रखने का आरोप था। मोजैक फोंसेका लॉ फर्म से लीक कागजातों के अनुसार उनकी बेटी और दो बेटों की विदेशों में कंपनियां होने और इनके जरिए लंदन में प्रॉपर्टी खरीदे जाने का खुलासा हुआ और इसी आधार पर शरीफ के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।
पनामा पेपर्स को पिछले वर्ष इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टीगेटीव जर्नलिस्ट ने छापा था। पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के सदस्य दानयाल अजीज ने बताया, ‘पनामा पेपर्स में प्रधानमंत्री का नाम नहीं था बल्कि उनके संतान के नाम थे और बच्चों व उनके आर्थिक संपत्ति में कोई कनेक्शन नहीं क्योंकि वे अलग अलग टैक्स का भुगतान करते हैं। पिछले वर्ष शरीफ ने संसद को बताया था कि उनके राजनीति में आने से दशकों पहले ही उनके परिवार ने कानूनी तरीके से संपत्ति अर्जित किया है। वहीँ आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 23 फरवरी को भ्रष्टाचार से जुड़े इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रखा था। ( सूत्र )