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Eros Times: ग्रेटर नॉएडा संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अंसल बिल्डर और सर्वोत्तम बिल्डर के खिलाफ किसानों ने पैदल मार्च निकाल कर धरना प्रदर्शन भी किया । इस दौरान जोरदार प्रदर्शन करते हुए दिवाली के बाद राष्ट्रीय स्तर की महापंचायत करके आंदोलन करने की चेतावनी दी है। आंदोलन में शामिल हुए बोडाकी, दातावली, रामगढ़, बील अकबरपुर, भोगपुर और कैमराला चक्रसेनपुर आदि गांवों के किसानों का कहना है कि दोनों बिल्डरों ने सरकार से वर्ष 2005 में लाइसेंस लेकर ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में आने वाले उनके गांवों की जमीन कोडियों के भाव खरीद ली। इस घोटाले में बुलंदशहर विकास प्राधिकरण के अफसर भी शामिल है।
किसानों से कौड़ियों के भाव खरीदी जमीन
किसानों का कहना है कि बुलंदशहर विकास प्राधिकरण के अनुसूचित क्षेत्र में शामिल ग्रेटर नोएडा के ग्रामीणों से धोखेबाजी की गई। अंसल बिल्डर और सर्वोत्तम बिल्डर समेत काफी कंपनियों को बुलंदशहर विकास प्राधिकरण ने सहयोग दिया। किसानों की जमीन पर कब्जा कर लिया गया, लेकिन फायदा नहीं दिया गया। किसानों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी। संयुक्त किसान मोर्चा और सभी सहयोगी संगठनों ने फैसला लिया है कि दीवाली के बाद बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
किसान की मांग क्या है
पीड़ित किसानों द्वारा आंदोलन किए जाने पर वर्ष 2013 में ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर 64.7 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा, 10 प्रतिशत प्लॉट, किसानों के बच्चों को रोजगार, गांवों का विकास किए जाने और भविष्य में नए कानून के तहत सभी सुविधाएं देने के लिए किसानों के साथ समझौता हुआ था, लेकिन बुलंशहर विकास प्राधिकरण और यह दोनों बिल्डर उन समझौतों को पूरा नहीं कर रहे है। अब उल्टा किसानों की जमीनों पर बाउंसरों द्वारा जेसीबी मशीनें भेजकर कब्जा कर रहे है। जबकि इस मामले में हाईकोर्ट इलाहाबाद में पीड़ित किसानों की याचिका पर सुनवाई भी चल रही है।