Eros Times: नोएडा 2000 रुपए के नोट को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा चलन से बाहर किए जाने पर भारतीय किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र यादव के नेतृत्व में गौतमबुधनगर के उपजिलाधिकारी कोमल पंवार को सूरजपुर कलेक्ट्रेट में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
राजेन्द्र यादव ने कहा कि वर्ष 2016 में जब नोटबंदी की गई थी। तब उस समय यह देखा गया था कि लोगों की लंबी-लंबी कतारें बैंकों एवं एटीएम के बाहर लगी हुई थी जिसमें कुछ जनहानियां भी हुई थी। उस समय अफरा-तफरी का माहौल देश के अंदर हो गया था। क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा नोट बदलने का नियम बनाया और नोटों को बदला गया था क्योंकि जब उस समय 500 रुपए 1000 रुपए के नोट चलन से बाहर किए गए और अवैध लीगल टेंडर घोषित किया गया था तब यह तर्क दिया गया था कि काले धन पर लगाम लगेगी लेकिन देश में 99% नोट बैंकों में बदल दिए गए थे।
नोट बंदी के बाद 2016 में 2000 रुपए का नोट चलन में आया था लेकिन पुन: 2023 में 2000 रुपए के नोट को चलन से बाहर कर दिया गया है अब भारतीय रिजर्व बैंक ने पुराना नियम फिर से लागू कर दिया गया है भारतीय किसान संगठन यह सुझाव देता है कि इस बार नोट बदलने की सुविधा ना देकर सीधे नोटों को बैंकों में जमा कराया जाए जिससे ऐसे लोग चिन्हित हो सके जिन्होंने काले धन को एकत्रित करके रखा हुआ था। इस मौके पर गौरव यादव राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमारअभिनेत्र सिंह रविन्द्र प्रधान सुरेंदर प्रधान संजय सिंह दीपक इक़बाल आदि मौजूद रहे।