Eros Times: पर्यटन और आतिथ्य सत्कार क्षेत्र के छात्रों को मिशन विकसित भारत पर्यटन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका की जानकारी प्रदान करने के लिए एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ हॉस्पीटैलिटी एंड टूरिस्म द्वारा इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स के सहयोग से उद्योग अकादमिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का विषय ‘‘मिशन विकसित भारत – भारतीय पर्यटन, विमानन, और आतिथ्य उद्योग को परिवर्तित करने का रोडमैप’’ था। इस सम्मेलन का उद्घाटन पर्यटन मंत्रालय के संयुक्त महानिदेशक अरूण श्रीवास्तव, विदेश मंत्रालय के सचिव राज्य सी राजशेखर, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर के उपाध्यक्ष रवी गोसाईं, इबीकैश ट्रैवेल सर्विसेस के सीईओ नवीन कुण्डू, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला, इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स के टूरिस्म एंड एविशन कमेटी के चेयरमैन सुभाष गोयल और एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ हॉस्पीटैलिटी एंड टूरिस्म की डीन डा मनोहर सजनानी द्वारा किया गया।
सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए पर्यटन मंत्रालय के संयुक्त महानिदेशक अरूण ने कहा कि पर्यटन उद्योग बहुत ही तेजी से विकसित हो रहा है और यह विकसित भारत के मिशन में महत्वूपर्ण भूमिका निभा रहा है। महामारी के उपरांत पर्यटन और उससे जुड़े उद्योग स्वंय के विकास के साथ आपको भी जुड़ने और नये आयाम स्थापित करने के अवसर प्रदान कर रहे है क्योकी एक ओर जहां हमारा योगदान जीडीपी मेे बढ़ रहा है वही रोजगार के अवसर भी उपलब्ध हो रहे है। ने कहा कि सरकार द्वारा किये गये प्रयास जैसे कि नये एयरपोर्ट, बंदरगाहों का निर्माण, सुरक्षा, नये हाइवे, डिजिटल एंव पारदर्शी पेमेंट की व्यवस्था आदि सहित सफल जी 20 का आयोजन से पूरे विश्व के पर्यटक आकर्षित हो रहे है। उन्होनें पर्यटन मंत्रालय द्वारा युवाओं के संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम और मिशन विकसित भारत में पर्यटन और आतिथ्य सत्कार क्षेत्र के युवाओं की भूमिका के बारे मे महत्वपूर्ण जानकारी दी।
विदेश मंत्रालय के सचिव राज्य, सी राजशेखर ने संबोधित करते हुए छात्रो से कहा कि आपको अवसरों को समझना चाहिए और उनका लाभ उठाना चाहिए। प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ किया गया मिशन विकसित भारत एक बड़ी चुनौती है जिसे सबके साझा प्रयासों के जरीए हासिल किया जा सकता है। उन्होनें उदाहरण देते हुए कि देश कीे पूर्व सरकारों ने पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कार्य किया लेकिन कोरोना के उपरांत सरकार इसके लिए और तेजी से नई संरचनाओ व योजनाओं को बढ़ावा दे रही है। उन्होेने कहा कि पर्यटन उद्योग एक मात्र ऐसा क्षेत्र है जिसका प्रसार किसी भी विज्ञापन की बजाय जो व्यक्ति वहां के अनुभव लेकर आया हो उससे अधिक होता है इसलिए पर्यटन और आतिथ्य सत्कार क्षेत्र के विकास हेतु सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण कारक होता है। वर्तमान युवा जनसंख्या, विकसित भारत के मिशन को पूर्ण करने की मजबूत शक्ति है।
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने कहा कि भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश है और शीघ्र ही हम विश्व की तृतीय नंबर की अर्थव्यवस्था होगें। आज सारा विश्व, भारत भ्रमण करना चाहता है इसलिए पर्यटन और आतिथ्य सत्कार क्षेत्र में उद्योग और अकादमिक को साथ मिलकर कार्य करना होगा जिससे कुशल मानव संसाधन विकसित होगें। एमिटी का उददेश्य युवा छात्रों के जरीए राष्ट्र निर्माण में सहयोग देना है।
इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर के उपाध्यक्ष रवी गोसाईं ने कहा कि आने वाले 10 वर्षो में देश में बृहद परिवर्तन का समय होगा अैार यह परिवर्तन केवल कुशल युवाओं के जरीए संभव है। पर्यटन के लिए प्रतिबद्धता सबसे महत्वपूर्ण है जो आपके भविष्य को सुनिश्चित करती है।
इबीकैश ट्रैवेल सर्विसेस के सीईओ नवीन कुण्डू ने कहा कि अगर आप भविष्य का सुखद भविष्य चाहते है तो आपको आज के पर्यटन और आतिथ्य सत्कार क्षेत्र में तकनीक का उपयोग करके मिशन विकसित भारत में योगदान देना होगा। उन्होनें कहा कि आने वाले समय में पर्यटन उद्योग लगभग 34 बिलियन डॉलर का होगा जो अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक है।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में उद्योग और अकादमिक के आपसी सहयोग पर विशेष बल दिया गया है किंतु इसी नीति के लागू होने से पूर्व ही एमिटी, उद्योगों के साथ सहयोग को बढ़ावा देकर उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप तैयार करता था और उसके अनुरूप पाठयक्रम का विकास किया जाता था। उन्होंने कहा कि पर्यटन सहित किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए कुशल मानव संसाधन की आवश्यकता होती है और एमिटी मे हम छात्रों को शिक्षण के साथ व्यवहारिक शिक्षा एवं मानव मूल्यों के गुणों को विकसित करते है।
इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स के टूरिस्म एंड एविशन कमेटी के चेयरमैन सुभाष गोयल ने कहा कि विकसित भारत का निर्माण बिना युवाओं के संभव नही है और आप जैसे छात्रों को देखकर लगता है कि आने वाले समय में हमारा देश और युवा ही विश्व का संचालन करेगा। आज देश के मोदी और एमिटी के संस्थापक अध्यक्ष डा चौहान का एक ही दृष्टिकोण और ध्येय राष्ट्र निर्माण है और भारत शीघ्र ही विश्व का महाशक्ति बनेगा। गोयल ने छात्रो से कहा कि आप जिस भी क्षेत्र में कार्य करें यूएन के सतत विकास लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिए प्रयासरत रहे।
एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ हॉस्पीटैलिटी एंड टूरिस्म की डीन डा मनोहर सजनानी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस सम्मेलन का उददेश्य उद्योग और अकादमिक को एक मंच पर लाकर छात्रों का मार्गदर्शन करना है।
इस अवसर पर बक्शी ट्रांसपोर्ट सर्विस के एमडी बॉबी साहनी, मिडिल ईस्ट एंड इंडिया यूनाईटेड एयरलाइन बिजनेस सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हरविंदर सिंह, इंटरनेशनल फांउडेशन फॉर एविएशन, एयरोस्पेस एंड ड्रोन के चेयरमैन श्री सनत कौल आदि ने अपने विचार रखे।