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Eros Times: नया ग्रेटर नोएडा या ग्रेटर नोएडा पार्ट टू किन मायनों में ग्रेटर नोएडा से खास होगा?बीस वर्ष बाद दोनों हिस्सों की आबादी की आवश्यकताओं और औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ग्रेटर नोएडा पार्ट टू के मास्टर प्लान को तैयार करते हुए उन सभी अपेक्षाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिनसे भविष्य में कम से कम समस्याओं का सामना करना पड़े।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी नये ग्रेटर नोएडा या ग्रेटर नोएडा पार्ट टू के भविष्य की दृष्टि से सुनियोजित विकास को लेकर बेहद गंभीर हैं। इसके लिए मास्टर प्लान की तैयारी में भी उनकी विशेष रुचि है। आज शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में इस हेतु सीईओ की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में ग्रेटर नोएडा दो के मास्टर प्लान को लेकर मैराथन बैठक हुई।
बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के तमाम अधिकारियों के अलावा यीडा, बुलंदशहर विकास प्राधिकरण, हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण,जल निगम, एनटीपीसी,एनपीसीएल,आईजीएल, एनसीआर प्लानिंग बोर्ड आदि संस्थानों के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में बताया गया कि आने वाले बीस वर्षों में ग्रेटर नोएडा एक व दो की जनसंख्या 40 लाख होने का अनुमान है। दूसरे भाग में 140 गांव शामिल होंगे जबकि पहले भाग में 117 गांव हैं।नये ग्रेटर नोएडा में उद्योगों को अधिक महत्व दिया जाएगा। इससे न केवल रोजगार के अवसर पैदा होंगे बल्कि एकीकृत औद्योगिक क्षेत्र के विकास की परिकल्पना भी साकार होगी।
नये ग्रेटर नोएडा के प्रवेश द्वारों पर ट्रकर्स प्वाइंट बनाए जाएंगे तथा प्रत्येक सुविधा के लिए अलग-अलग गलियारे विकसित किए जाएंगे। इससे मरम्मत के लिए बार बार सड़क खोदने की समस्या ही समाप्त हो जाएगी। पर्यावरण के प्रति गंभीर रवि कुमार एनजी ने अधिकारियों से मास्टर प्लान के अंतर्गत जल स्रोतों और तालाब आदि को किसी भी प्रकार नष्ट न करने की हिदायत दी। बल्कि सिंचाई की नहर नालियों के दोनों ओर पचास पचास मीटर तक नो कंस्ट्रक्शन जोन निर्धारित करने तथा उस क्षेत्र को हरित पट्टी के साथ सौंदर्यीकृत करने के निर्देश दिए। इस मास्टर प्लान पर आगामी आठ नवंबर को प्राधिकरण के में आम जनता से सुझाव लेकर शासन की स्वीकृति हेतु भेजा जाएगा।