Eros Times: गाम्बिया के एमडीआई को अत्याधुनिक सिविल सेवा संस्थान में परिवर्तीत करने में सहायक बनेगा एमिटी गाम्बिया के प्रतिनिधिमंडल ने किया एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा एमिटी विश्वविद्यालय की शिक्षण एवं शोध गुणवत्ता से प्रभावित होकर आज गाम्बिया गणराज्य के छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नें भारत में गाम्बिया दूतावास के हाई कमिश्नर महामहिम मुस्तफा जवारा के नेतृत्व में एमिटी का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल में डिप्टी हाई कमिश्नर लामिन सिंघाटेह, पर्सनल मैनजमेंट ऑफिस के परमानेंट सेक्रेटरी लामिन जवारा मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीटयूट की डिप्टी डायरेक्टर जनरल श्रीमती फतौ नजी बैरी उच्च शिक्षा अनुसंधान विज्ञान और तकनीकी मंत्रालय के डिप्टी परमानेंट सेक्रेटरी मुख्तार एम वाय डार्बो फाइनेंस अटैचे बूबा किंतेह शामिल थे। इस प्रतिनिधिमंडल का स्वागत एमिटी गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह और एमिटी साइंस टेक्नोलाॅजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती द्वारा किया गया। इस प्रतिनिधिमंडल के दौरे का मुख्य उददेश्य उनके प्रबंधन विकास संस्थान (एमडीआई) को गाम्बिया के अत्याधुनिक सिविल सेवा संस्थान में बदलने के लिए एमिटी की सहायता व मार्गदर्शन प्राप्त करना था जिससें मौजूदा एमडीआई को देश में सिविल सेवकों और अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों के पेशेवरों के लिए उच्च गुणवत्ता डिग्री स्तर की शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए अग्रणी संस्थान बनने में सक्षम बनाया जा सके।
इस अवसर पर आपसी सहयोग के संभावित क्षेत्रों आदि पर भी विचार किया गया। भारत में गाम्बिया दूतावास के हाई कमिश्नर महामहिम मुस्तफा जवारा ने संबोधित करते हुए कहा कि एमिटी के ऑनलाइन शिक्षण कार्यक्रमों से लगभग 500 गाम्बिया के छात्र लांभावित हो रहे है। एमिटी न सिर्फ शिक्षा में अग्रणी संस्था है बल्कि इसका सांस्कृतिक पहलु भी बेहद सराहनीय है। गाम्बिया में प्रबंधन विकास संस्थान (एमडीआई) का निर्माण 1982 में प्रशिक्षण, परामर्श कार्य और अनुसंधान के लिए किया गया था जिसके अत्याधुनिक सिविल सेवा संस्थान में बदलने के लिए एमिटी की सहायता की आवश्यकता है। हम दृ-सजय़ता से मानते है कि एमिटी सही प्रशिक्षण और परामर्श प्रदान करके एमडीआई को अत्याधुनिक सिविल सेवा संस्थान में परिवर्तित करने और हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगी। एमिटी और गाम्बिया गणराज्य के संस्थानों के मध्य सम-हजयौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर सकते है और उन क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार कर सकते है जहाँ हम एक दूसरे का सहयोग कर सकते है। हम एमिटी को अपने मार्गदर्शक के रूप में देखते है और गाम्बिया गणराज्य में अपना कैंपस खोलने के लिए एमिटी को सहर्ष आंमत्रित करते है। एमिटी गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए कहा कि अफ्रिकन देश विशेषकर गाम्बिया हमारे हदय के नजदीक है और पहले पैन अफ्रिकन नेटवर्क और वर्तमान में ई -ंउचय वीबीएबी नेटर्वक प्रोजेक्ट से अफ्रिकन देशों सहित गाम्बिया के कई छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है। हमारा उदेदश्य छात्रों को उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षण प्रदान करना है चाहे वो विश्व में किसी भी देश के नागरिक हो। हमारे देश में एमिटी के अलावा कोई विश्वविद्यालय नही है जिसका अफ्रिकन देशों से ऐसा जुड़ाव है। हम संयुक्त शिक्षण कार्यक्रम सहित छात्रों के अवागमन व कैंपस प्रारंभ करने की संभावनाओं पर विचार कर रहे है।
एमिटी साइंस टेक्नोलाॅजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने कहा कि एमडीआई को गाम्बिया केअत्याधुनिक सिविल सेवा संस्थान में बदलने एमिटी की सहायता के अतिरिक्त हम अंर्तराष्ट्रीय संबंधो, परामर्श, कौशल विकास, सयुक्त अनुसंधान व नवाचार के क्षेत्रों में कार्य कर सकते है। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल और एमिटी के वरिष्ठ अधिकारियों जैसे इंटरनेशनल अफेयर डिविजन के डिप्टी डायरेक्टर जनरल रियर एडमिरल आलोक कोच्चर, एमिटी डायरेक्टोरेट ऑफ डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन के निदेशक प्रो अभिनाश कुमार, एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट के निदेशक बिग्रेडियर आर के शर्मा, फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट के डीन डा संजीव बंसल और एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ पब्लिक पाॅलिसी के डा योगेन्द्र सिंह के साथ परिचर्चा भी की।प्रतिनिधिमंडल ने केन्द्रीय पुस्तकालय, एमिटी डायरेक्टोरेट ऑफ डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन एमिटी स्कूल ऑफ कम्यूनिकेशन स्टूडियों, एमिटी इनोवेशन इंक्यूबेटर का दौरा भी किया।