EROS TIMES: रोजगार के लिए शादी समारोहों में खाने की थाली (प्लेट) पकड़ाना कोई अपराध तो नहीं है। उसकी आयु बीस बाइस बरस होगी और वह कोई अद्वितीय सुंदरी भी नहीं थी। परंतु रोजगार की मांग के हिसाब से उसने श्रृंगार किया हुआ था।खाना प्रबंधक (कैटरर्स) द्वारा निर्धारित ड्रेस पहनकर वह अपनी ड्यूटी पर तैनात थी। उसने गहरे काले रंग से अपने होंठ रंग रखे थे।यह भी खाना प्रबंधक की मर्जी ही होगी। ऐसे समारोहों में युवतियों का उपयोग या प्रयोग काम के लिए कम और शो पीस के लिए अधिक किया जाता है। जैसे ही कोई आमंत्रित व्यक्ति खाना खाने की इच्छा लेकर वहां आता, वह झट से उसे प्लेट पकड़ा देती थी। इसमें कुछ भी गलत नहीं था। खाने के लिए प्लेट पकड़ाने में क्या गलत है। एक श्रृंगारित लड़की जिससे कोई नाता नहीं है, के हाथ से खाने की प्लेट लेने वाले के मन में उसके प्रति कोई आदर नहीं होता, केवल क्षण मात्र की वासनाओं का उठाव हो सकता है।वह किसकी बेटी है, किसकी बहन है।वह यहां मौज के लिए काम कर रही है या घर में खाने के प्रबंध के लिए वह यहां खाने की प्लेट पकड़ा रही है,इन सब बातों से एक सामान्य व्यक्ति का क्या लेना-देना। मैं उसके काम करने के तरीके और ड्यूटी की जिम्मेदारी का मन ही मन विश्लेषण कर ही रहा था कि शराब के नशे में चूर एक व्यक्ति ने उससे प्लेट आ मांगी।वह अच्छे कपड़े पहने हुए था। यदि उसके कदम डगमगा नहीं रहे होते तो वह कहीं से भी असभ्य नहीं लगता था। मैं सतर्क हो गया। निश्चित ही वह उस युवती से कुछ कहेगा। कहने का अर्थ यहां कुछ ऐसा कहने से है जिससे उस युवती की मान मर्यादा को ठेस पहुंचती और वह मौन रहकर सहती। कुछ रोज़गार एक सीमा तक बेइज्जती सहन करने की सहमति पर हासिल होते हैं।यह भी ऐसा ही रोजगार है। युवती की भाव भंगिमा भी बदल गई।वह एक सीमा तक बेइज्जती सहने के लिए तैयार हो गई। आगंतुक शराबी ने प्लेट ली और वह खाने की ओर चला गया। मेरी ओर उसकी पीठ थी। मैंने उसके पीठ पीछे उसके द्वारा अपना व्यवहार संयमित रखने के लिए धन्यवाद दिया।
एमिटी फिनिशिंग स्कूल द्वारा ‘‘तहज़ीब और त्यौहार – एक उददेश्य के साथ उत्सव’’ नामक कार्यशाला का आयोजन
EROS TIMES: एमिटी फिनिशिंग स्कूल द्वारा छात्रों को पांरपरिक स्टाइलिंग, मेकअप और टेबल सजावट सहित भोजन शिष्टाचार की जानकारी प्रदान करने के लिए ‘‘तहज़ीब और त्यौहार – एक उददेश्य के…