Eros Times: अभी हॉल ही में 4 से 6 अक्टूबर को मारवाह स्टूडियो कांप्लेक्स में तीन दिवसीय ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल का आयोजन किया गया जिसमें देश दुनिया के तमाम साहित्यकारों, कलाकारों, कवियों और संस्कृति कर्मियों ने भाग लिया. आयोजन के अंतिम दिन 6 अक्टूबर को शाम के सत्र में 6th अटल बिहारी वाजपई नॅशनल अवार्ड फॉर द प्रमोशन ऑफ़ आर्ट एंड कल्चर” उन बड़ी हस्तियों को प्रदान किये गए जिन्होंने कला और साहित्य की दुनिया में बड़ा नाम कमाया है. इसमें पदमश्री पंडित राम दयाल शर्मा को लोक नाट्य विधा, पद्मश्री कृष्ण कन्हाई को चित्रकला, उस्ताद अकरम खान को तबला, कुमारी सोमाशेखरी को भरतनाट्यम नृत्य, बॉलीवुड से गीतकार समीर, आदित्य आर्य फोटोग्राफी, सीतेश अलोक साहित्य और डॉली डबराल साहित्य के क्षेत्र में सम्मानित हुए. बता दें की कुमारी सोमा शेखरी विदेशी मूल की जर्मन महिला है जो 1984 में भारत आई थी और जिन्होंने भारतीय कला और संस्कृति से प्रभावित होकर जर्मनी की नागरिकता बहुत पहले त्यागकर भारत की नागरिकता हासिल की और वे कभी वापस जर्मनी नहीं गई. कुमारी सोमा शेखरी पिछले लगभग 40 वर्षों से ऋषिकेश उत्तराखंड में रहती हैं. यही रहकर उन्होंने भारत के नृत्य गुरुओं जैसे यामिनी कृष्णामूर्ती जैसे गुरुओं से भरत नाट्यम की शिक्षा ली और निरंतर साधनारत रही. कुमारी सोमाशेखरी ओडिसी नृत्य की भी जानकार है उनका कहना है की नृत्य भारतीय देवी देवताओं और मंदिरों की कला है जो जीवित रहनी चाहिए. वे इस राष्ट्रीय पुरुस्कार को पाकर बेहद खुश है और चाहती है की इसी तरह से भारतीय कला और संस्कृति की सेवा करती रहें.
एम्स अस्पताल के नजदीक स्थित रैन बसेरे का औचक निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री सौरभ भारद्वाज
EROS TIMES: दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज दिल्ली में स्थित एम्स अस्पताल के नजदीक बने रैन बसेरे का औचक निरीक्षण करने पहुंचे । निरीक्षण के दौरान मंत्री सौरभ…