गाज़ियाबाद, इरोस टाइम्स। सत्योग आश्रम ट्रस्ट गाज़ियाबाद द्वारा आयोजित तीन दिवसीय योग शिविर का समापन समारोह एवं योग महोत्सव 2017 संकेत एव दूरसंचार प्रशिक्षण केन्द्र उत्तर रेलवे गाजियाबाद में प्रातः धूमधाम से सम्पन्न किया गया। जिसें डाॅ. अग्निदेव शास्त्री योगाचार्य ने प्रणव ध्वनी ओम से योग शिविर का प्रारम्भ किया तत्पश्चात योगी महेन्द्र गोयल ने सूक्ष्म अभ्यासोेें के साथ योग प्रशिक्षणार्थियोेें को मण्डूकासन, धनुरासन, भूजगासन शलआसन आदि को कराते हुए कहा कि योगासन दायें करे तो बायें भी करें आगे झुककर करें तो पीछे भी झुककर करें। जिससे शरीर को चारों तरफ से लचीला बनाये जा सके। व रोगों से बचा भी जा सके।
प्राणायाम कराते हुए विशेष आमंत्रित योगी अशोक मित्तल ने उज्जाई प्राणायाम, भस्रिका प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम व उद्गीत प्राणायाम कराते हुए प्राणों के आयाम की व्याख्या करते हुए प्राणायाम से आन्तरिक एवं बाहरी लाभों को बताते हुए दैनिक प्राणायामक करने की प्रेरणा भी दी। योगी प्रवीन कुमार आर्य के.आ.यु.प. ने ओम नाम सबसे बड़ा इससे बड़ा न कोय, इस प्रभु भक्ति भजन से सभी योग प्रेमियोें को आनन्दित किया। ट्रेनिंग सेन्टर प्रशिक्षार्थियोें ने तीन दिवसीय योग शिविर में प्राप्त पुष्ट आपनोे का प्रदर्शन भी किया।
ट्रस्ट द्वारा विशेष आमंत्रित बहन कंचन भारद्वाज रेलवे बोर्ड नई दिल्ली ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आज के इस प्रदूषित वातावरण में स्वस्थ रहने का एक ही उपाय है और वो है ‘योग’। कार्यकम अध्यक्ष आचार्य राजकुमार शर्मा ने कहा कि शारीरिक रोगों में ज्यादातर मानसिक रोगियोें की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जिस कारण मनुष्य अशांत है और अशांत मनुष्य आत्महत्या जैसे जघन्य अपराध कर ही डालता है, जो व्यक्ति समाज के लिए ठीक बात नहीं है। अतः आओ योग करेें, तनावमुक्त जीवन जीये, सुख की ओर बढ़े का संदेश देते हुए उत्तम प्रबन्ध व्यवस्था के लिए संस्थान के प्राचार्य श्री भरत कुमार शाह को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम का संचालन ए.के. चतुर्वेदी मुख्य प्रशिक्षक ने किया। हरिओम अग्रवाल वार्डन ने सभी ट्रस्ट के आगन्तुकोें को हृदय से धन्यवाद देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की। इस अवसर पर संस्थान के श्री भूपेंद्र कुमार, चै. मंगल सिंह, डा. दामोदर प्रसाद योगी अशील कुमार एवं जे.पी. श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे। अन्त में योग के क्षेत्र मेें कार्य करने वाले व्यक्तियों का सम्मान ट्रस्ट द्वारा किया गया व स्वासन व शांति पाठ से कार्यक्रम समापन हुआ।