EROS TIMES: नोएडा : सात साल तक काम कराने के बाद भी वेल्डिंग मशीन बनाने वाली कंपनी ने कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया। लाखों रुपये बकाया होने पर जब भी कर्मचारी अपना वेतन मांगने जाते तो उन्हें धमकाया जाता। परेशान होकर कंपनी के 42 कर्मचारियों ने कोर्ट में गुहार लगाई। इस मामले में कोर्ट के आदेश के बाद अब पुलिस ने आईएचआई फोर्जिंग एड टूल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक पवन कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। कंपनी मालिक पर यह आरोप भी है कि उसकी मानसिक प्रताड़ना और समय पर पैसे ना देने के कारण दो कर्मचारियों नरेश पांचाल और महेंद्र पाल सिंह की मौत हो चुकी है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।
पिछले दिनों कोर्ट में अजय कुमार, संदीप कुमार, भिखर शाह, श्रीरामध्यान ने कंपनी मालिक पवन अग्रवाल के खिलाफ अर्जी लगाई थी। कोर्ट के आदेश पर थाना फेस- 1 में केस दर्ज कर लिया गया है।
पीड़ितों के मुताबिक वर्ष 2012 में पवन कुमार ने एक वेल्डिंग मशीन बनाने की कंपनी आईएचआई फोर्जिंग एड टूल प्राइवेट लिमिटेड खोली थी, जिसमें में कई कर्मचारियों को नौकरी पर लगभग आठ हजार रुपये प्रति माह के वेतन पर रखा गया था।
अजय कुमार का आरोप है कि मालिक ने 2018 में कंपनी को बंद कर दिया, लेकिन किसी भी कर्मचारी को सात सालों तक वेतन नहीं दिया गया। काम के दौरान केवल घर चलाने का खर्चा दिया जाता था। जब भी कोई वेतन न मिलने का विरोध करता तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाती थी। डर की वजह से कर्मचारियों ने कंपनी नहीं छोड़ी और काम करते रहे, कर्ज अधिक होने की वजह से पवन कुमार को कंपनी बंद करनी पडी और बिल्डिंग अपने भाई कमल कुमार को हैंडओवर करनी पड़ी। नए मालिक ने सभी मजदूरों को काम पर रख लिया था, लेकिन पुराना वेतन नहीं दे पाए।
हमारे संवाददाता ने जब कमल कुमार से जानकारी मांगी तो उन्होंने बताया कि यह बात सच है कि पवन कुमार जी वेल्डिंग मशीन बनाने का काम करते थे उनके पास जो भी कर्मचारी काम करते थे उनकी सैलरी समय पर नहीं दे पाए, जीएसटी का भी काफी बकाया था इसलिए उनको अपनी कंपनी बंद करनी पड़ी, और लेबर कमिश्नर को लेटर दे दिया कि मैंने सभी कर्मचारियों का हिसाब कर दिया है, जबकि उन्होंने किसी भी कर्मचारी का हिसाब क्लियर नहीं किया था, उन्होनें कंपनी का जीएसटी सर्टिफिकेट सरेंडर कर बिल्डिंग मुझे सौप दी थी, मैंने सभी कर्मचारियों के परिवार का ख्याल करते हुए सभी को अपने पास काम पर रख लिया और उनको बताया गया कि इस बिल्डिंग में पवन कुमार का 20 प्रतिशत का हिस्सा है, जब उनको पैसा दिया जाएगा तो उसमें से आपकी सैलरी का बकाया पैसा आपको दे दिया जाएगा।