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नई दिल्ली, इरोस टाइम्स: प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैसाखी पर लोगों को
अपार बधाई दी है। इस मौके पर योगी आदित्यनाथ गुरुद्वारा भी गए। लखनऊ के याहियागंज गुरुद्वारे में योगी आदित्यनाथ ने मत्था भी टेका। इस दौरान योगी ने गुरुद्वारे में बैठकर वहां पर पाठ भी सुना।
इस पवित्र और पावन मौके पर योगी बोले कि- हम सब को, और खुद को किसी भी विवाद का हिस्सा नहीं बनने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिख धर्म ‘त्याग और सेवा’ का संदेश देता है। हमें उन संदेशों को अपने जीवन में आत्मसात कैसे करें और इसपर पुरे मन से काम करना चाहिए। हमें अपने आने वाली पीढियों को त्याग और सेवा का संदेश देना चाहिए। उन्होंने बताया की गुरु तेगबहादुर और गुरु गोविंद सिंह देश के लिए समर्पित थे। हमें गुरु तेगबहादुर के त्याग से प्रेरणा लेनी चाहिए।
आगे बढ़ना है तो जाति से ऊपर उठें
योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर देश को एकसूत्र में बांधने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि जाति-धर्म और छुआछूत से ऊपर उठकर हमें देश के लिए एकजुट होकर काम करना होगा। योगी ने यहां सिख गुरुओं की भी तारीफ की। उन्होंने कहा- सिख गुरुओं का यहीं संदेश है कि जाति-धर्म से ऊपर उठकर काम करें। योगी ने ये भी कहा कि खालसा पंथ और बैसाखी का पर्व हमें समानता का पाठ पढ़ाता है।
क्यों मनाया जाता है बैसाखी पर्व
योगी ने लोगों को यह भी बताया की, 13 अप्रैल 1699 को सिख पंथ के 10वें गुरू श्री गुरू गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। इसके साथ ही इस दिन को मनाना शुरू किया गया था। आज ही के दिन से पंजाबी नये साल की शुरुआत भी होती है।