EROS TIMES:एमिटी विश्वविद्यालय की शिक्षण एवं शोध गुणवत्ता से प्रभावित होकर आपसी सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए आज असम के जोरहाट स्थित असम कृषि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर डा बिद्युत चंदन डेका और डीबीटी – एनईसीएबी के निदेशक एवं संयोजक डा बिद्युत कुमार शर्मा ने एमिटी का दौरा किया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला और एडिशनल प्रो वाइस चांसलर डा संजीव बंसल ने अतिथियों का स्वागत किया। इस भ्रमण का उददेश्य दोनो विश्वविद्यालयों के मध्य सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा करना है।
असम के जोरहाट स्थित असम कृषि विश्वविद्यालय के वाइस चंासलर डा बिद्युत चंदन डेका ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय भारत के पूरे पूर्वी क्षेत्र अपनी तरह का पहला संस्थान है जिसका उददेश्य कृषि क्षेत्र में कौशल युक्त मानव संसाधन तैयार करना है और कृषि उत्पादन के विकास हेतु अनुसंधान करना एवं प्रौद्योगिकियों का प्रसार करना भी है। डा डेका ने कहा कि वर्तमान में छात्रों के विकास, अनुसंधान हेतु विश्वविद्यालयों के मध्य आपसी सहयोग आवश्यक है। उन्होने कहा कि हमने कई मॉडयूल विकसित किये है जिसमें एमिटी हमसे जुड़ सकता है। उन्होने असम कृषि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित किये जा रहे एंटरप्रिन्यौरशिप डेवलपमेंट इन रूरल एरिया, अर्न व्हाइल यू लर्न के बारे में बताया। हम एमिटी के साथ संयुक्त डिग्री प्रोग्राम, संयुक्त कार्यशाला आदि पर कार्य करने पर विचार कर रहे है जिससे दोनो संस्थानों के छात्र लांभावित हो सके।
असम कृषि विश्वविद्यालय के डीबीटी – एनईसीएबी के निदेशक एवं संयोजक डा बिद्युत कुमार शर्मा ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और अनुसंधानों की जानकारी देते हुए कहा कि हम एमिटी के साथ संयुक्त शोध, संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम, संयुक्त डिग्री प्रोग्राम, शिक्षको व छात्रों का आवागमन, छात्र इंर्टनशिप संयुक्त सम्मेलन व कार्यशाला पर सहयोग पर इच्छुक है। उन्होनें कहा कि संयुक्त डिग्री प्रोग्राम के अंर्तगत बायोटेक जिसमें बीएससी, बीएससी एमएससी, बीटेक और इंटीग्रेटेड बीटेक एमटेक पर, फूड टेक्नोलॉजी के अंर्तगत न्यूट्रीशन एंड डाइटेक्टीस में बीएससी, फूड टेक्नोलॉजी में बी टेक सहित फूड न्यूट्रीशन एंड डाइटेक्टीस आदि क्षेत्रों में संयुक्त शिक्षण प्रदान करने पर विचार कर सकते है।
एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने संबोधित करते हुए कहा कि यह भ्रमण दोनों संस्थानों के बीच एक उपयोगी साझेदारी की शुरुआत का प्रतीक है, और हम आपसी विकास के अवसरों का पता लगाने के लिए बेहद प्रसन्न एंव उत्साहित हैं। टिकाऊ कृषि और ग्रामीण विकास के लिए हमारा साझा दृष्टिकोण एक उज्जवल भविष्य के लिए आगे का रास्ता प्रशस्त करेगा छात्रों के अदंर उद्यमिता के गुणों को विकसित करके उन्हे उद्यम प्रारंभ करने के लिए प्रेरित करके हमे विकसित भारत के मिशन में सहभागी बन रहे है। हम भी असम कृषि विश्वविद्यालय के साथ मिलकर कार्य करने पर विचार कर रहे है।
इस अवसर पर एमिटी फूड एंड एग्रीकल्चर फांउडेशन की महानिदेशक डा नूतन कौशिक ने एमिटी के शोध कार्यो पर विस्तृत जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने एमिटी विश्वविद्यालय की विभिन्न प्रयोगशालाओं, केन्द्रीय पुस्तकालय और एमिटी इनोवेशन इंक्यूबेटर का दौरा भी किया