EROS TIMES : नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के नेतृत्व में देश में बढ़ती अराजकता, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और हिडनबर्ग की रिपोर्ट में सेबी चेयरपरसन और गौतम अडानी ग्रुप की मिली भगत से करोड़ों निवेशकों की राशि सुरक्षित करने के लिए केन्द्र सरकार से जेपीसी गठित करने की मांग को लेकर आज जंतर मंतर पर विशाल धरना आयोजित किया गया। धरने में हजारों की संख्या में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ता और नेताओं सहित सरकार की गलत नीतियों से प्रभावित मौजूद लोग सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जेपीसी गठित करने के नारे लगा रहे थे। मंच का संचालन कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज ने किया।
प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि धरना करने की जरुरत इसलिए पड़ी कि पिछले कई वर्षों से राहुल गांधी जी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे देश में अमीर और गरीब के बीच बढ़ती खाई से लगातार चिंतित है क्योंकि मोदी सरकार की पूंजीपति पोषित नीति के कारण देश का वंचित, पिछड़ा, दलित, गरीब, मजदूर, किसान पिछड़ता जा रहा है। बेरोजगारी चरम पर है, सरकार ने 2 करोड़ रोजगार देने वादा किया था परंतु 10 वर्षों में 56 लाख नौकरी खत्म कर दी और 10 लाख सरकारी पद खाली पड़े है। सरकार की सभी नीतियां उद्योगपितयों के बन रही है और चंद पूजीपंतियों के लिए 10 वर्षों से काम कर रही है। पिछले वर्षों में एयरपोर्ट, पोर्ट, रेलवे, सरकारी संस्थान सबका निजीकरण करके कुछ पूंजीपतियों विशेषकर अडानी उनका अधिग्रहण करने काम कर रहे है। सरकार मुनाफा कमाने वाली कंपनियों का बजट कम करके उन्हें कमजोर करके बेचा जा रहा है जिसका मुख्य उदाहरण बीएसएनएल है।
यादव ने कहा कि हिडनबर्ग की रिपोर्ट में सेबी जो स्टॉक एक्सचेंज को देखती है, सेबी चीफ के साथ अडानी का संबध को रिपोर्ट में उजागर किया है। रिपोर्ट में साफ हुआ है कि अडानी व सेबी अध्यक्ष की सांठगांठ है और लाखों करोड़ों रुपये का महाघोटाला हुआ है, जिसमें सरकारी राजस्व को भी नुकसान हुआ है परंतु सरकार रिपोर्ट पर विपक्ष पर देश की प्रतिष्ठा को दाव पर लगाने की बात कह रही है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे मुद्दे होते है जिन पर सरकार को संज्ञान लेना चाहिए लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अडानी द्वारा किए गए हजारों करोड़ के महाघोटाले की जांच की जिम्मेदारी सेबी अध्यक्ष माधबी बुच सौंपी जो स्वयं अडानी के साथ मिली हुई है। निष्पक्ष जांच कैसे कर सकती है। अडानी महाघोटाले की जांच के लिए जेपीसी गठित करके जांच होनी चाहिए। इनकी आपसी सांठगांठ से देश को नुकसान हुआ है। सरकार जेपीसी से भाग रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि सेबी अध्यक्ष माधबी बुच अपने पद से इस्तीफा दे अथवा सरकार उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करे।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली की जनता 2015 में सत्ता आई आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार, कुशासन, गलत नीतियों और स्वार्थ की राजनीति के कारण ध्वस्त प्रशासनिक व्यवस्थाओं से परेशान है। भ्रष्टाचार मुक्त शासन और ईमानदारी की बात करने वालों के नेताओं का भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाने वालों की गिनती करना मुश्किल है। जवाबदेही की बात करने वाले केजरीवाल मुख्यमंत्री पद रहते हुए जेल में है, उन्हें नैतिकता के आधार इस्तीफा दे देना चाहिए। मनीष सिसोदिया 17 महीने जेल में रहने के बाद बाहर आए है और अपनी सांख को बचाने के लिए जो पदयात्रा कर रहे है उनका स्वागत ऐसा किया जा रहा है कि वो कोई जंग जीतकर आए हैं। पदयात्रा में सिसोदिया आम आदमी पार्टी की साख बचाने के साथ अपनी राजनीति चमकाने के लिए मेहनत कर रहे है। सिसोदिया की पदयात्रा विधानसभा चुनावों के लिए नही आम आदमी पार्टी में आधिपत्य जमाने के लिए भी कर रहे है। यादव ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी अपील की एक बार फिर वापसी के लिए विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस लें। आने वाला समय कांग्रेस का है क्योंकि लोकसभा चुनाव में राहुल जी के नेतृत्व दिल्ली सहित देश की जनता ने भरपूर समर्थन किया है।
सचिन पायलट ने कहा कि खंडित लोकसभा में भाजपा की तोड़मरोड़ कर निर्माण की गई सरकार के मुख्य प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी लगातार नए बिल और कानून बना रहे है और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी जी और मल्लिकार्जुन खड़गे जी भी लगातार सरकार की जवाबदेही तय कर रहे है जिसका परिणाम सरकार के पास कोई जवाबदेही नही और सरकार को लेटरल एन्ट्री, ब्राडकास्ट बिल और वक्फबोर्ड बिल को वापस लेना पड़ा है। उन्होंने कहा कि राहुल जी देश को बचाने के लिए सरकार और चंद पूंजीपतियों के बीच मिली भगत जिसके चलते सरकारी कम्पनियों को पूंजीपतियों के दबाव में आकर सरकार कौढ़ी के दामों में बेच रही उसके खिलाफ राहुल जी सड़क से संसद लड़ाई लड़ रहे है। उन्होंने कहा कि हिडनबर्ग की रिपोर्ट अनुसार सेबी अध्यक्ष की मिलीभगत उन लोगों के साथ है जिनके खिलाफ वो जांच के आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिए है। सुप्रीम कोर्ट ने गंभीर आरोप लगाए कि लाखों करोड़ों रुपये के घोटाला हुआ, जिसकी जांच हो। परंतु जांच करने वाली सेबी चीफ खुद मानती है कि उनका अडानी ग्रुप के साथ लेन देन हुआ, उनकी कम्पनी में निवेश किया, वे कैसे निष्पक्ष जांच कर सकती है। उन्होंने कहा कि इन सभी आरोपों पर सरकार की चुप्पी साध ली है, सरकार गंगू बहरी हो सकती है परंतु देश में लोकतंत्र जीवित है। उन्होंने कहा कि ईमानदारी, प्रतिस्पर्धा और पारदर्शिता की दुहाई देने वाली मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों के समय में अमीर और गरीब की खाई लगातर बढ़ती जा रही है। चंद उद्योगपति सरकार के साथ रहते है जिनके लिए सरकार की सभी योजना बन रही है, जिसका लगातार देश की संपति पर अधिपत्य बढ़ता जा रहा है। गरीब, मजदूर, निम्न, वंचित, दलित, मध्यम वर्ग, छात्र महिला, पिछड़ा वर्ग सब पिछड़ते जा रहा है, अमीर गरीब के बीच की खाई बढ़ने के लिए दिल्ली में बैठी मोदी सरकार है, जिसको दूर करने के लिए देश की 95 प्रतिशत जनसंख्या की लड़ाई राहुल जी न्याय दिलाने के लिए लडाई लड़ रहे है।
पायलट ने कहा कि जनता की आवाज सरकार को झुकाने का दम रखती है, आज पूरे देश के सभी राज्यों में हिडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने पर अडानी गु्रप और सेबी चीफ की मिलीभगत के कारण निवेशकों के हजारों करोड़ के नुकसान हुआ। इस महाघोटाले की निष्पक्ष जांच के लिए सरकार जेपीसी गठित की जाए। उन्होंने कहा कि अडानी ग्रुप को फायदा पहुॅचाने इसमें सरकार और सेबी अध्यक्ष माधबी बुच की मिलीभगत है, अगर इनमें आपसी सांठगांठ नही है तो सरकार जेपीसी गठित करने से भाग क्यों रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ उचित, पारदर्शी जांच चाहती है कि जेपीसी के माध्यम से जांच करवाई जाए। हमें जेपीसी जांच से कम कुछ नहीं चाहिए।
धरने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के साथ अ0भा0क0 कमेटी के महासचिव सचिन पायलट, पूर्व सांसद संदीप दीक्षित, परवेज हाश्मी, कृष्णा तीरथ, उदित राज, रमेश कुमार, पंजाब से सांसद शैर सिंह गूबा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार, अ0भा0क0कमेटी एससी विभाग चेयरमैन राजेश लिलौठिया, लोकसभा प्रत्याशी कन्हैया कुमार, दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री हारुन यूसूफ, मंगतराम सिंघल, किरण वालिया, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन अनिल भारद्वाज, अ0भा0क0 कमेटी सचिव अभिषेक दत्त, मनीष चतरथ, रोहित चौधरी, अमृता धवन, शिव भाटिया, प्रवक्ता रागिणी नायक, पूर्व विधायक जय किशन, भीष्म शर्मा, हसन अहमद, चौ0 मतीन अहमद, हरी शंकर गुप्ता, सुमेश शौकीन, सुरेन्द्र कुमार, आसिफ मौहम्मद खान, विजय लोचव, वीर सिंह धींगान, दर्शना रामकुमार, मालाराम गंगवाल और अमरीश गौतम, सिद्धार्थ राव, जतिन शर्मा, पूर्व मेयर फरहाद सूरी, निगम पार्षद समीर मंसूरी, अरीबा खान, हाजी जरीफ, प्रेरणा सिंह, महिला अध्यक्ष पुष्पा सिंह, सेवादल अध्यक्ष सुनील कुमार, वरिष्ठ नेता चत्तर सिंह, तरुण कुमार, महमूद जिया, जगजीवन शर्मा, मौहम्मद उस्मान, राजेन्द्र तंवर, डा0 नरेश कुमार, इन्द्रजीत सिंह, कमलकांत शर्मा, पीके मिश्रा, नीतू वर्मा, लक्ष्मण रावत, ईश्वर बागड़ी, जितेन्द्र बघेल, आभा चौधरी, जेपी पंवार, राजेश यादव, त्रिलोक चौधरी, लोकेन्द्र चौधरी, तस्वीर सोलंकी, संजय शर्मा, सूरज सिंह सैनी, सतैन्द्र शर्मा, अब्दुल हानन, राजकुमार जैन, हर्ष चौधरी, अशोक जैन, अमनदीप सुदन, अब्दुल वाहिद मुख्य रुप से मौजूद थे।